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Tigers Death in Dudhwa: दुधवा में बाघों की मौत पर जारी है सीएम योगी का एक्शन, अब इस बड़े अधिकारी पर गिरी गाज
Tigers Death in Dudhwa: 10 दिनों में तीन बाघों की मौत की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल संज्ञान लिया है बल्कि अधिकारियों पर जिम्मेदारी भी तय हो रही है।
Tigers Death in Dudhwa: बाघों के लिए स्वर्ग माने जाने वाले लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri News) स्थित दुधवा नेशनल पार्क में लगातार उनकी मौतों से शासन में हड़कंप मचा हुआ है। 10 दिनों में तीन बाघों की मौत की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल संज्ञान लिया है बल्कि अधिकारियों पर जिम्मेदारी भी तय हो रही है। इस मामले में सीएम योगी का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को हटाने के बाद एक और बड़े अधिकारी पर कार्रवाई की गई है।
वनमंत्री की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर बी.प्रभाकर पर गाज गिरी है। बता दें कि वनमंत्री अरूण सक्सेना को बीते शुक्रवार को अधिकारियों की एक टीम के साथ मुख्यमंत्री ने दुधवा भेजा था और जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा था। वनमंत्री के रिपोर्ट में बाघों की मौत के लिए टाइगर रिजर्व की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया गया है। जिसके बाद शासन स्तर से ये कार्रवाई हुई।
इन अधिकारियों पर भी हुई कार्रवाई
दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर बी.प्रभाकर के अलावा वन विभाग के कुछ अन्य अधिकारियों पर भी सीएम योगी आदित्यनाथ का हंटर चला है। लखीमपुर खीरी जिले के डीएफओ बफर सुंदरेश का तबादला एटा कर दिया गया है। जिले के तीन रेंजरों पर भी गाज गिरी है। बरेली के मुख्य वन संरक्षक ललित वर्मा को दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, निर्वतमान डायरेक्टर बी.प्रभाकर वेटिंग में भेज दिया गया है।
मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पर हुई थी कार्रवाई
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाघों की मौत पर बड़ा एक्शन लेते हुए मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक सुनील चौधरी को उनके पद से हटा दिया था। हालांकि, वे प्रोजेक्ट टाइगर के इंचार्ज के पद पर बने हुए हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के आदेश पर लखनऊ से वन मंत्री अरविंद कुमार सक्सेना के नेतृत्व में जो जांच टीम दुधवा गई थी, उसमें चौधरी भी शामिल थे।
बता दें कि बीते दिनों तालाब में जिस नर बाघ का शव मिला था, उसका पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आया है। प्रदेश के वनमंत्री का कहना है कि पीएम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही मौत के पीछे की असल वजह का पता चल सकेगा। जिसके के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।