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वाराणसी: क्या वाकई डोल रही है गौतम बुद्ध की 'उपदेश स्थली'? हैरत में पड़े हैं वैज्ञानिक
भगवान बुद्ध की उपदेशस्थली वाराणसी के सारनाथ पर खतरा मंडरा रहा है। पिछले 24 घण्टे से सारनाथ की धरती डोल रही है। सारनाथ के जापानी मंदिर के करीब धरती के अंदर कम्पन शुरू हुआ, जो कई घंटे तक जारी रहा। इसे लेकर अब लोगों में डर समा गया है।
वाराणसी: भगवान बुद्ध की उपदेशस्थली वाराणसी के सारनाथ पर खतरा मंडरा रहा है। पिछले 24 घण्टे से सारनाथ की धरती डोल रही है। सारनाथ के जापानी मंदिर के करीब धरती के अंदर कम्पन शुरू हुआ, जो कई घंटे तक जारी रहा। इसे लेकर अब लोगों में डर समा गया है। तो दूसरी ओर वैज्ञानिक इस कम्पन की वजह खोजने में जुट गए हैं।
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स्पष्ट नहीं हुआ कंपन का कारण
बीएचयू के भूकम्प वैज्ञानिक रोहतास कुमार के मुताबिक धरती के अंदर बन रही गैस के कारण ऐसी स्थिति होती है। हालांकि सारनाथ की धरती क्यों डोल रही है इसका पता लगाने के लिए एक्सपर्ट की टीम सारनाथ जाएगी। बीएचयू के एक्सपर्ट की माने तो किसी गैस या पाइप लाइन के फटने से हो कंपन हो सकता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह से पूरे दिन में कई बार धरती के अंदर से कम्पन हुआ जिसे लोगों ने महसूस किया। कम्पन के दौरान दुकानों के शटर,कुर्सी और टेबल मेज तक हिल रहे थे। ये झटके बिलकुल वैसे ही थे जैसे भूकम्प के दौरान महसूस किये जाते हैं।
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चौखंडी स्तूप पर भी मंडराया खतरा
सारनाथ में जमीन के अंदर इस हलचल का राज क्या है, इसे पता लगाने में वैज्ञानिकों की टीम जुट गई है। विशेषज्ञयों के मुताबिक धरती डोलने जैसी घटना से सारनाथ के ऐतिहासिक ईमारतों पर असर पड़ेगा। सारनाथ के ऐतिहासिक धामेख और चौखन्डी स्तूप पर भी खतरे का बादल मंडरा रहा है। लोगो को अब ये डर सताने लगा है कि धरती में हो रहे इस कम्पन के कारण कहीं इन ऐतिहासिक स्तूप को कोई नुकसान न हो.वैज्ञानिकों का कहना है कि ये कोई भूकम्प का झटका नही है।
रिपोर्ट: आशुतोष सिंह