×

किसानों को राहत: सिर्फ एक बटन से मिलेगी सारी जानकारी, लांच हुई ये ऐप

ऐप किसानों को संदेश के साथ रोगग्रस्त पौधों की तस्वीरें भेजने की अनुमति देगा। इससे वैज्ञानिकों को सही बीमारी का पता लगाने और पहचानने में भी मदद मिलेगी।

Aradhya Tripathi
Published on: 15 May 2020 3:18 PM IST
किसानों को राहत: सिर्फ एक बटन से मिलेगी सारी जानकारी, लांच हुई ये ऐप
X

लखनऊ: कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में किसान खेती के लिए विशेषज्ञों से सलाह नहीं ले पा रहे हैं। लॉकडाउन के कारण किसान को अपनी फसलों की सेहत दुरूस्त रखने में काफी दिक्कत आ रही है। किसानों को पौधों में होने वाले रोगों या कीटों से मुक्ति के लिए सलाह नहीं मिल पा रही है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की लखनऊ स्थित लैब सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर सब ट्रॉपिकल हॉर्टीकल्चर (सीआईएसएच) ने बागवानी किसानों की समस्याओं के हल के लिए बागवानी मित्र नाम का एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है।

अनपढ़ किसान भी चला सकेगा ऐप

इस ऐप के जरिये किसान आसानी से अपने बाग में लगे पौधों की सेहत के लिए सलाह ले सकते हैं। इस ऐप को देश के ग्रामीण क्षेत्र के परिवेश के मुताबिक डिजाइन किया गया है। इसका उपयोग अनपढ़ किसान भी कर सकता है। अगर किसान अनपढ़ है तो भी वह इस ऐप के प्रयोग से अपनी फसल के संबंध में विशेषज्ञ की सलाह ले सकता है।

ये भी पढ़ें- कोरोना का सेक्स हार्मोन से सीधा कनेक्शन, इसलिए पुरुषों के लिए जानलेवा बना वायरस

इसके लिए किसान को केवल अपनी समस्यां को फोन के सामने बोल कर दर्ज कराना होगा। ऐप में मौजूद फीचर किसान के बोले संदेश को टैक्सट मैसेज में बदल देगा। इसके साथ ही ऐप से किसान को यह भी जानकारी मिल जायेगी कि उसके क्षेत्र की मृदा किस सब्जी की फसल के लिए ज्यादा उपयोगी है।

ऐप से मिलेगी मौसम की भी जानकारी

ये भी पढ़ें- किसानों को राहत: सिर्फ एक बटन से मिलेगी सारी जानकारी, लांच हुई ये ऐप

ऐप विकसित करने वाले संस्थान सीआईएसएच के निदेशक शैलेन्द्र रंजन ने कहा कि यह ऐप ऐसे किसानों की भी पूरी मदद करने में सक्षम है जो बिना पढ़े-लिखे हैं। रंजन ने कहा कि यह ऐप किसानों को संदेश के साथ रोगग्रस्त पौधों की तस्वीरें भेजने की अनुमति देगा। इससे वैज्ञानिकों को सही बीमारी का पता लगाने और पहचानने में भी मदद मिलेगी। यह मोबाइल ऐप सामान्य कीटों, बीमारियों और दूसरी समस्याओं के साथ-साथ उनके नियंत्रण की भी जानकारी देगा। इस ऐप से किसानों को मौसम की जानकारी भी मिल सकेगी, जिसके मुताबिक वह अपनी फसलों की बुआई कर सकेंगे।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

Next Story