TRENDING TAGS :
आपके काम की बात: जानें गृह विज्ञान का महत्त्व, इन चीजों के लिए लाभदायक
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परिसर में कई पाठ्यक्रम चलते हैं। उनमें से एक प्रमुख पाठ्यक्रम है गृह विज्ञान। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ मीनाक्षी सिंह ने बताया कि गृह विज्ञान की शिक्षा से हम सामाजिक रूप से सबल तो बनते ही हैं।
झांसी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परिसर में कई पाठ्यक्रम चलते हैं। उनमें से एक प्रमुख पाठ्यक्रम है गृह विज्ञान। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ मीनाक्षी सिंह ने बताया कि गृह विज्ञान की शिक्षा से हम सामाजिक रूप से सबल तो बनते ही हैं। इसके साथ रोजगार प्राप्त कर अपने परिवार की सहायता भी कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें:ऐसे कमाएं किसान मुनाफाः आनंदी बेन ने किया शुभारंभ, खेत बने लैब, दें रोजगार
डॉ सिंह ने बताया गृह विज्ञान शिक्षा का एक गतिशील और सदैव उन्नतशील क्षेत्र है इस शिक्षा का मूल पारिवारिक परिस्थितिकी तंत्र है यह परिवार और उसके प्राकृतिक और मानव निर्मित वातावरण के बीच पारस्परिक संबंधों का अध्ययन है। इसके साथ ही उन मूल्यों को जन्म देता है जो आपको अपने परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदार बनने में मदद करते हैं। गृह विज्ञान के पाठ्यक्रम वर्तमान में विश्वविद्यालय में गृह विज्ञान में पी-एचडी, एमएससी (गृह विज्ञान) एचडीएफएस, एमएससी (गृह विज्ञान) फूड एवं न्यूट्रिशन, एम ए (गृह विज्ञान) बीएससी (गृह विज्ञान) और बीए (ऑनर्स) गृह विज्ञान के पाठ्यक्रम चल रहे हैं. जिन्हें मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। अहर्ता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी bujhansi.ac.in पर देखी जा सकती है।
ये भी पढ़ें:हाई-अलर्ट पर मुंबई: बारिश-तूफान मचाएगा तांडव, इन जगहों को बहुत खतरा
ये हैं रोजगार की संभावनाएं
विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय में अध्यापन के साथ ही प्रसार शिक्षक, परामर्शदाता, शोधकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर सकते हैं। विशेषज्ञता के आधार पर खाद्य वैज्ञानिक, आहार विशेषज्ञ, कपड़ा डिजाइनर, इंटीरियर डिजाइनर, परिधान डिजाइनर, संसाधन प्रबंधन का कार्य कर सकते हैं। होटल उद्योग में हाउसकीपिंग और खाद्य खानपान के क्षेत्रों में गृह विज्ञान कौशल की विशेष मांग है। खाद्य ब्रांडो के विक्रय प्रतिनिधि, खाद्य विश्लेषकों और अनुसंधान सहायक के साथ मानव विकास, मनोविज्ञान, बच्चों एवं बुजुर्गों की देखभाल, विवाह और रिश्ते में मार्गदर्शन के क्षेत्र में भी रोजगार प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं में बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुपरवाइजर एवं निरीक्षक के पद पर भी नियुक्ति पाई जा सकती हैं।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।