लॉकडाउन: पहले ही दिन बाजार में शुरू कालाबाजारी, महंगाई ने छुआ आसमान

शामली के बाजारों में लॉक डाउन के पहले दिन ही कालाबाजारी शुरू हो गई है। शामली में बाजारों में खाने-पीने की चीज़ें पहले दिन ही आसमान छू रहीं हैं।

Aradhya Tripathi
Published on: 25 March 2020 11:29 AM GMT
लॉकडाउन: पहले ही दिन बाजार में शुरू कालाबाजारी, महंगाई ने छुआ आसमान
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शामली: कोरोना वायरस की आग पूरे देश में फैली है। जिसके चलते पूरे देश में प्रधानमंत्री मोदी ने कल अगले 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा दिया है। ऐसे में लोग सहमे हुए हैं कि वो अब अपने घर से नहीं निकल सकते। तो वहीं शामली के बाजारों में लॉक डाउन के पहले दिन ही कालाबाजारी शुरू हो गई है। शामली में बाजारों में खाने-पीने की चीज़ें पहले दिन ही आसमान छू रहीं हैं।

दुकानें खुलते ही उमड़ी भीड़

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को सम्बोधित करते हुए कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में अगले 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी। जिसके बाद से रात 12 बजे ही पूरे देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया। जिसके बाद शामली जिला प्रशासन ने घर का जरूरी सामान लेने के लिए आज सुबह 6:30 बजे से 9:30 बजे तक कि राहत दी थी।

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कहा था कि लोग इस समय के अंदर अपने घर के लिए खाने पीने का सामान ले सकते हैं। जैसे ही सुबह साढ़े छह बजे तो एक दम से लोगो की भीड़ दुकानों पर टूट पड़ी और चाहे किराना की दुकान हो या फिर सब्ज़ी की दुकान हर और सामान लेने के लिए लूट सी मच गई।

दोगुने हुए सामानों के दाम, पुलिस ने की अपील

बाज़ार में हर सामान के रेट दो गुना हो गए। जो आलू कल तक 15 से 20 रुपए किलो मिल रहे थे वह आज 20 से 30 रुपए किलो हो गये। जो आटे का 10 किलो का पैक 250 रूपए में बेचा रहा था वह आज 350 रुपए का मिल रहा है। अगर ऐसे ही कीमतों में वृद्धि होती रही तो आम जनमानस का जीना दुश्वार हो जाएगा।

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लॉकडाउन के दौरान पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि आपको मालूम नहीं है कि लॉकडाउन का क्या मतलब होता है। लॉक डाउन का मतलब पूर्णता बंद होता है और आपने फिर भी यहाँ भीड़ लगा रखी है।

सामान लेने के लिए मची मारामारी

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आप यहां पर भीड़ ना लगाएं और सब लोकल के लोग हैं अपने घरों से सब पैदल सामान लेने के लिए आए हैं। लेकिन शामली की जनता है कि पुलिस की भी बात नहीं मान रही और सब्जी मंडी में लोगों की भीड़ जमा हुई है। लोगों में घर के लिए सब्जी व अन्य कीमती सामान लेने के लिए आपस में मारामारी मची हुई है। तो वही दुकानदार भी इस मारामारी का फायदा उठा रहे हैं और ₹50 की चीज को ₹100 में बेच रहे हैं।

ग्राहकों ने बताये सब्जी के बढ़े दाम

मोहम्मद राशिद का कहना है कि मैं सामान ले गया था मोदी जी ने जब ऐलान किया था। सामान लेने के लिए गया जो दाल 20 रु पाव है वह दाल 33-35 रु पाव मिल रही है। ग्राहक सतीश कुमार का कहना है कि गाजर 40रु किलो, मटर 60रु किलो जबकि मटर का भाव 40रु से ज्यादा नहीं है। सारा सामान ब्लैक में भेजा जा रहा है दुकान का नाम पप्पन है। नौशाद दुकानदार का कहना है कि टमाटर 30रु किलो और मटर 20रु किलो मूली बिना पत्तों की है। 15 किलो आलू 120रु में।

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शामली जहां गरीब जनता कारोना वायरस से जूझ रही है। वहीं बाजारों में व्यापारियों ने खाद्य पदार्थ पर बढ़ी बेतहाशा कीमत से व्यापारी हुए मालामाल जनता हुई कंगाल। अब देखना है सरकार इन ब्लैकमेलर और बेतहाशा कीमत बढ़ाने वाले व्यापारियों पर क्या एक्शन लेती है।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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