×

लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए मसीहा बने सीएम योगी, किया ये बड़ा काम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाॅकडाउन के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का अध्ययन करके उसके आर्थिक गतिविधियां संचालित कराये जाने को कहा हैं।

Aditya Mishra
Published on: 2 May 2020 10:12 AM GMT
लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए मसीहा बने सीएम योगी, किया ये बड़ा काम
X

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाॅकडाउन के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का अध्ययन करके उसके आर्थिक गतिविधियां संचालित कराये जाने को कहा हैं।

उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन अवधि में भी सम्भावनाओं को तलाशना आवश्यक है। संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए औद्योगिक गतिविधियों को संचालित कराया जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के संचालन में संक्रमण का एक भी प्रकरण सामने नहीं आया।

ये कैसे हुआ: इन 2 देशों ने सभी को चौंका दिया, बिना लॉकडाउन कर दिखाया ऐसा

इसी प्रकार ईंट-भट्ठा उद्योग भी अच्छी प्रकार चला है। इसी तर्ज पर सभी उद्योगों को चलाया जाए। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के बाद प्रदेश में निवेश को एक नया आयाम देने के लिए एक वृहद कार्य योजना तैयार की जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सम्बन्धित राज्य सरकारों को यह अवगत करा दिया जाए कि वे प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की सूची लेकर तथा उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुए उनकी सकुशल वापसी की प्रक्रिया प्रारम्भ करें। उन्होंने निर्देश दिये कि वापस आये सभी श्रमिकों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए।

जनपदों में इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएं, ताकि प्रवासी श्रमिकों की सुगमता से जांच की जा सके। प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की स्क्रीनिंग करते हुए स्वस्थ लोगों को 14 दिन के होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए तथा जो स्वस्थ न मिले, ऐसे श्रमिकों के उपचार की व्यवस्था की जाए।

रेलवे

लॉकडाउन में इस खूबसूरत एक्ट्रेस से हो गई ये बड़ी गलती, अब पड़ रहा पछताना

क्वारंटीन प्रोटोकाॅल को सुनिश्चित करने के निर्देश

उन्होंने प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के क्वारंटीन प्रोटोकाॅल को सुनिश्चित कराने के लिए प्रत्येक जनपद में एक प्रभारी अधिकारी नामित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रभावी पुलिसिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में अवैध अन्तर्राज्यीय एवं अन्तर्जनपदीय आवागमन न होने पाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश वापस आने वाले समस्त प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों के नाम, पते, मोबाइल नम्बर एवं कार्य दक्षता युक्त विवरण अवश्य संकलित किया जाए। इससे ऐसे श्रमिकों व कामगारों को रोजगार के अवसर सुलभ कराने में सुविधा होगी। उन्होंने 15-20 लाख लोगों को रोजगार के अवसर देने के लिए एक कार्य योजना तत्काल तैयार करने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के आपदा काल में भी प्रदेश सरकार ने समय से 16 लाख राज्य कर्मचारियों को वेतन तथा 12 लाख रिटायर्ड कर्मियों को पेंशन दे दी है।

लॉकडाउन 3.0: मुख्यमंत्री गहलोत ने राजस्थान में की ये तैयारी, केंद्र को दी ये सलाह

Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story