लोकसभा में इस सांसद ने उठाया पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का मुद्दा

हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने बुधवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का भुगतान कराये जाने की मांग की।

Aditya Mishra
Published on: 27 Nov 2019 3:09 PM GMT
लोकसभा में इस सांसद ने उठाया पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का मुद्दा
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मेरठ: हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने बुधवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का भुगतान कराये जाने की मांग की।

सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने शून्यकाल के दौरान बोलते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश पूरे देश में गन्ना उत्पादन के लिए जाना जाता है । उत्तर प्रदेश के 44 जिलों में गन्ना उत्पादन होता है जिसमें 28 जिले ऐसे है जिनकी पहचान ही गन्ना उत्पादन के लिए है।

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गन्ना किसानों को पूर्ण भुगतान अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है

सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि मेरठ और आस-पास के जिलों में पिछले कुछ महीनों से गन्ना किसानों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गन्ना किसानों को चीनी मिलों द्वारा अपनी फसल का पूर्ण भुगतान अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है।

उन्होंने इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन द्वारा जारी आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि सितम्बर 2019 तक उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के चीनी मिलों पर 6400 करोड़ रूपए बकाये है। मेरठ में ही शुगर मिल्स पास किसानों के 555 करोड़ रूपए बकाये है ।

इस कारणवश ना तो वह अगले साल के लिए खेती कर पा रहे ना ही उन्हें बैंकों द्वारा खेती के लिए ऋण उपलब्ध हो रहा। उन्होंने कहा कि चीनी मिल से गन्ना किसानों को समय पर गन्ने की पर्ची भी नहीं मिल पा रही है। इसके कारण किसान मजबूरन अपनी फसल गन्ने बिचौलियों को सस्ते दाम पर बेच रहे है।

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सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने सभापति के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया कि वह गन्ने किसान की समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए यह सुनिश्चित करें कि गन्ने किसानों को उनके उपज का पूरा पैसा जल्द से जल्द प्राप्त हो।

जरुरत पड़े तो फ़ूड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया को भी यह निर्देश दिया जाए की वह अपने चीनी भण्डारण में इज़ाफ़ा करे ताकि बाजार में गन्ने की मांग बढ़ सके।

Aditya Mishra

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