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भाजपा सरकार में नहीं संभल रहा कानून, स्वास्थ्य व्यवस्था में भी फेल: अखिलेश

सपा अध्यक्ष ने कानपुर मुठभेड़ मामले पर रविवार को कहा कि ध्वस्त कानून व्यवस्था के मोर्चे पर भाजपा सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए विपक्ष पर आरोप मढ़ देती है।

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Published on: 5 July 2020 3:25 PM GMT
भाजपा सरकार में नहीं संभल रहा कानून, स्वास्थ्य व्यवस्था में भी फेल: अखिलेश
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार न तो कानून व्यवस्था संभाल पा रही है और न ही स्वास्थ्य व्यवस्था। नेताओं, अफसरों और माफियाओं के गठजोड़ से स्थिति बिगड़ती जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरूपयोग विपक्ष की आवाज दबाने के काम में हो रहा हैं। इससे समाज का हर वर्ग परेशान है। प्रदेश में अराजकता, अव्यवस्था और अत्याचार की बाढ़ आई हुई है।

दमन के रास्ते पर चल रही भाजपा- अखिलेश

सपा अध्यक्ष ने कानपुर मुठभेड़ मामले पर रविवार को कहा कि ध्वस्त कानून व्यवस्था के मोर्चे पर भाजपा सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए विपक्ष पर आरोप मढ़ देती है। सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि कानपुर का अपराधी किसके सम्पर्क में रहा है और कौन सत्ताधीश उससे मिलने आते थे। उन्होंने सवाल किया कि नृशंस अपराधी अपनी गतिविधियां बेखौफ चलाते रहते है, सरकार और उसका पूरा प्रशासनिक तंत्र क्यों सोता रहता है?

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अखिलेश ने सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अपराधियों को संरक्षण, भाजपाइयों को हर अपराध में आरक्षण और जनता के लिए संघर्षशील समाजवादियों पर झूठे मुकदमें लगाना ही भाजपा का रामराज्य है। मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के सांसद डा. एसटी.हसन, 4 विधायकों, एक पूर्व विधायक समेत 50 कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमों का क्या औचित्य है? भाजपा दमन के रास्ते पर चल रही है। उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ता बाहर से आए श्रमिकों को भोजन बांट रहे थे तो उन पर भी मुकदमें लगा दिए गए।

कोरोना की आड़ में अपनी लापरवाहियों पर पर्दा डाल रही सरकार- अखिलेश यादव

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार कोरोना संकट की आड़ में अपनी लापरवाहियों पर पर्दा डालती रही है। किसी की जिन्दगी से खिलवाड़ किया जाना शर्मनाक है। मेरठ में 2500 रुपए लेकर कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट देने का गोरखधंधा चल रहा है। रामपुर में एक क्वारंटाइन सेंटर में युवक ने छत से कूद कर जान दे दी। परिजनों ने सेंटर पर अव्यवस्था और उत्पीड़न का आरोप लगाया है। सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा घोषित कर उन्हें मालाएं पहनाने वालों को शर्म आनी चाहिए कि उन्नाव में उन्हें कई माह से वेतन नहीं दिया गया है उनके परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए है।

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उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौर में सरकार की लापरवाही की शिकायतें राजधानी लखनऊ में भी मिल रही है। मुख्यमंत्री की टीम-11 हो या नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अब सभी अपने दायित्वों के निर्वहन में टालमटोल करने लगे हैं। एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा कर अपनी गलतियां छुपा रहे है। इसके नतीजे कितने खतरनाक हो सकते हैं, इसका अंदाजा होते हुए भी सब आंखे मूंदे हुए है।

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