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कारगर टीका न मिलने तक सावधानी ही उपाय: सीएम योगी

सीएम योगी ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को अपने प्रभार वाले जनपद में विशेष अभियान की मुख्यालय से सघन मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।

Newstrack
Published on: 18 July 2020 9:46 AM GMT
कारगर टीका न मिलने तक सावधानी ही उपाय: सीएम योगी
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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 से संक्रमित हुए बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक का उत्तर प्रदेश में सफल उपचार किया गया है। क्रिटिकल अवस्था के रोगियों का भी सफलतापूर्वक इलाज हुआ है। रोग मुक्त हुए ऐसे समस्त लोगों की केस हिस्ट्री के अध्ययन पर बल देते हुए उन्होंने चिकित्सकों से अपेक्षा की कि वे इस सम्बन्ध में और अधिक शोध करें। इससे उपचार की कारगर विधि को विकसित करने में मदद मिलेगी।

सीएम योगी ने दिए टेस्टिंग और मॉनिटरिंग के निर्देश

सीएम योगी ने कहा कि सर्वे की कार्यवाही के दौरान घर-घर की जाने वाली मेडिकल स्क्रीनिंग में जो लोग संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध मिलें उनकी रैपिड एन्टीजन टेस्टिंग द्वारा जांच की जाए। संक्रमण की पुष्टि होने पर उपचार हेतु कोविड चिकित्सालय में भर्ती कराया जाए। मुख्यमंत्री ने जनपदों में एम्बुलेंस की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर इंटीग्रेटड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित करते हुए इसके माध्यम से एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन, मेडिकल स्क्रीनिंग, सर्वे कार्य सहित कोविड-19 की रोकथाम सम्बन्धी समस्त गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जाए।

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उन्होंने संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की कार्यवाही को सुव्यवस्थित ढंग से करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज व कल पूरे प्रदेश में संचालित दो-दिवसीय विशेष अभियान के दौरान स्वच्छता व सेनिटाइजेशन के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही की जाए। कोविड-19 तथा संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे इस अभियान को सफल बनाने में जनता की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। इसलिए लोग अनावश्यक अपने घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को अपने प्रभार वाले जनपद में विशेष अभियान की मुख्यालय से सघन मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।

जब तक कोई कारगर दवा नहीं तब तक बचाव ही विकल्प- सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के दौरान सेनिटाइजेशन सहित एन्टी लार्वा रसायनों के छिड़काव तथा फॉगिंग का कार्य किया जाए। शुद्ध पेयजल आपूर्ति के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही की जाए। पेयजल की शुद्धता की जांच की जाए। पानी की टंकियों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। यदि कहीं जल जमाव हो, तो उसे तत्काल दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी तक कोविड-19 के उपचार के लिए कोई कारगर दवा अथवा टीका विकसित नहीं हुआ है।

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इसलिए इस रोग से बचने के लिए निरन्तर सावधानी और सतर्कता बरतना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब बहुत जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें। यदि बाहर निकलना ही है, तो मास्क का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इन्फेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए प्रशिक्षण कार्यवाही को निरन्तर जारी रखने के निर्देश भी दिए।

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