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UP में 12 जिलों के 293 गांव बाढ़ से प्रभावित, राहत आयुक्त ने दी ये जानकारी
राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश के प्रभावित जिलों में सर्च और रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 16 टीमें तैनात की गयी है।
लखनऊ: यूपी के राहत आयुक्त संजय गोयल ने दावा किया है कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। प्रदेश में बाढ़ के संबंध में लगातार मानीटरिंग की जा रही और कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के प्रभावित जिलों में सर्च और रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 16 टीमें तैनात की गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ या अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके हैं।
प्रदेश के 12 जिलों के 293 गांवों बाढ़ प्रभावित
राहत आयुक्त ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 12 जिलों के 293 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। उन्होंने बताया कि शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुर खीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर व राप्ती बैराज श्रावस्ती में अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गोयल ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री, जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 05 किलो लाई, 02 किलो भूना चना, 02 किलो अरहर की दाल, 500 ग्राम नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम धनिया, 05 लीटर केरोसिन, 01 पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 01 लीटा रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन तथा 02 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे हैं।
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उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के तौर पर 04 हजार 646 खाद्यान्न किट, 1125 फूड पैकेट व 24 हजार 106 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इन जिलों में 151 मेडिकल टीम लगायी गयी है। बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 94 बाढ़ शरणालय तथा 636 बाढ़ चैकी स्थापित की गयी है।
बाढ़ से निपटने के लिए तैयार किए गए आपदा नियंत्रण केन्द्र- राहत आयुक्त
संजय गोयल ने बताया कि प्रभावित गांवों के पशुओं के लिये चारे के लिए 05 किलो भूसा प्रतिदिन प्रति पशु इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 14 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 03 लाख 65 हजार 881 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं।
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उन्होंने बताया कि आपदा से निपटने के लिए जनपद और राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जिला आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं.-1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है।