TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

लिंब सेंटर को लेकर सरकार का प्लान, कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा ने उठाई ये मांग

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों और विशेष रूप से केजीएमयू को जापानी इंसेफेलाइटिस की मरीजों के संभावित उपचार की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।

Newstrack
Published on: 9 July 2020 6:47 PM IST
लिंब सेंटर को लेकर सरकार का प्लान, कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा ने उठाई ये मांग
X

लखनऊ: कर्मचारी शिक्षक संघर्ष मोर्चा उप्र. के अध्यक्ष वीपी मिश्र ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दूबे, को पत्र लिखकर लिंब सेंटर को स्थानांतरित न करने का अनुरोध किया है। मिश्र ने कहा है कि लिंब सेंटर में चल रहे डीपीएमआर सहित चार विभागों को यथावत बनाए रखा जाए तथा पूर्व से स्थापित जापानी इंसेफेलाइटिस के इस सेंटर को बंद करके इससे ग्रसित मरीजों को उपचार से बाधित न किया जाए।

लिंब सेंटर को कहीं न किया जाए स्थानांतरित- वीपी मिश्र

वीपी मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा को केजीएमयू तथा अन्य मेडिकल कॉलेजों में जापानी इंसेफेलाइटिस के उपचार के लिए पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने जापानी इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के लिए पूर्व में केजीएमयू के लिंब सेंटर में करोड़ों रुपए खर्च कर व्यवस्था की थी।

ये भी पढ़ें- विकास दुबे की गिरफ्तारी पर उठे सवाल, शहीद दारोगा के परिवार ने की ये मांग

प्रदेश स्तर पर एक मात्र केजीएमयू के लिंब सेंटर में ही जापानी इंसेफेलाइटिस का उपचार किए जाने की व्यवस्था है। लेकिन हाल ही में केजीएमयू प्रशासन द्वारा लिंब सेंटर को कहीं और स्थापित कर कोविड-19 अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया जो जापानी इंसेफेलाइटिस के इलाज में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से बाधक बनेगा और इससे मुख्यमंत्री की मंशा पर पानी फिर सकता है।

सीएम योगी के निर्देशों का हो पालन

मिश्र का कहना है कि लिंब सेंटर में वर्तमान में रेहमेटोलाजी, पुनर्वास केंद्र, स्पोर्ट्स मेडिसिन सहित पांच विभाग संचालित हो रहे हैं जिसे विस्थापित करने से सभी विभाग सही से कार्य नहीं कर पाएंगे और मरीजों को उचित सुविधाएं नहीं प्राप्त हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि केजीएमयू के संक्रामक रोग चिकित्सालय को कहीं और बनाने की योजना पहले से ही है तथा सरकार द्वारा जमीन भी आवंटित की जा रही है। इसके अलावा लिंब सेंटर को कोविड-19 चिकित्सालय में बदलने में लगभग 06 माह से ज्यादा का समय और करोड़ों रुपए का धन खर्च होगा।

ये भी पढ़ें- चौकिये नहीं: ये कुछ और नहीं अपने देश में पैदा होने वाला आम है

लेकिन केजीएमयू प्रशासन द्वारा शासन के निर्देशों को भी ना मानते हुए बार-बार लिंब सेंटर को ही विस्थापित करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया। लेकिन अब जबकि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों और विशेष रूप से केजीएमयू को जापानी इंसेफेलाइटिस की मरीजों के संभावित उपचार की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में जरूरी है कि लिंब सेंटर को बनाए रखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन किया जाए और एक गंभीर बीमारी से लड़ने में जनता की मदद की जाए ।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story