TRENDING TAGS :
हाथरस केस: चंद्रशेखर का ऐलान, CM योगी के इस्तीफा देने तक चलेगा संघर्ष
बता दें कि शुक्रवार को दोपहर में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने शाम 05 बजे इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था।
लखनऊ: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाने का एलान करते हुए कहा है कि उनका संघर्ष तब तक चलता रहेगा जब तक कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस्तीफा नहीं दे देते और पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से इस प्रकरण को संज्ञान लेने की अपील भी की।
चंद्रशेखर ने PM से मांगा जवाब, कहा तोड़ें चुप्पी
इसके पहले, हाथरस में दलित युवती के साथ दुष्कर्म व मौत के बाद पीड़ित परिवार के साथ यूपी सरकार व पुलिस के रवैये पर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथरस मामलें में चुप्पी तोड़ कर जवाब देने की मांग करते हुए जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में हिस्सा भी लिया। बता दें कि शुक्रवार को दोपहर में भीम आर्मी प्रमुख ने शाम 05 बजे इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। चंद्रशेखर ने शुक्रवार दोपहर टवी्ट कर कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलितों को मत मारो, मुझे मारो। चुनाव से पहले वो दलितों के पैर धोते हैं, वो नारा देते हैं कि बेटी पढ़ाओं, बेटी बचाओ।
ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने कसी कमर, 11 अक्टूबर से मंडलीय सम्मेलन
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर (फाइल फोटो)
जिस उत्तर प्रदेश से चुन कर वह सदन में गए हैं। जब उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है, उसके परिवार को बंधक बना लिया जाता है, तब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते, प्रधानमंत्री जी आप कब तक चुप रहेंगे? आपको जवाब देना पड़ेगा। आज शाम 05 बजे हम आपसे जवाब मांगने इंडिया गेट आ रहे हैं। आपकी चुप्पी बेटियों के लिए खतरा है, आपको जवाब देना पड़ेगा और न्याय करना पड़ेगा। चंद्रशेखर के टवी्ट के बाद दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट पर बड़े प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी। जिसके चलते भीम आर्मी का यह प्रदर्शन जंतर-मंतर पर हुआ।
हाथरस मामले पर विपक्ष के निशाने पर सरकार
हाथरस केस (फाइल फोटो)
बता दें कि हाथरस में एक दलित बच्ची के दुष्कर्म के बाद उसकी मौत और बगैर परिजनों की रजामंदी के किए गए अंतिम संस्कार को लेकर सभी विपक्षी दल यूपी की योगी सरकार की घेरेबंदी में जुटे हुए हैं। इस बीच जिला प्रशासन ने बच्ची के गांव में धारा-144 लागू करके सभी के आने जाने पर रोक लगा दी है।
ये भी पढ़ें- गौरी के प्यार में पागल थे शाहरुख: भाई ने दी थी धमकी, फिर भी ऐसे हुई शादी
इस बीच मृतक बच्ची के परिजनों से मिलने पहुंचे कई राजनीतिक दलों के नेताओं को पुलिस और प्रशासन ने गांव में घुसने नहीं दिया। इसके अलावा खबर है कि प्रशासन ने पीड़ित परिजनों को भी उनके घर में ही नजरबंद कर दिया है और मीडिया के भी गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी है।