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अब ऐसे होगी किसानों की आय में वृद्धि, मिलेगा योजनाओं का लाभ
वर्तमान परिवेश में किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य उपलब्ध कराने, कृषि उत्पाद के प्रसंस्करण तथा मूल्य संवर्धन में कृषक उत्पादक संगठनों की अहम भूमिका है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि कृषक उत्पादक संगठनों के सहयोग से जहां एक ओर किसानों की आय में वृद्धि हो सकेगी। वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा किसानों के हितार्थ चलाई जा रही योजनाओं का लाभ भी उन्हें मिल सकेगा।
कृषि विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अलग-अलग बनाए राएं एफपीओ- सूर्य प्रताप शाही
कृषि मंत्री ने लगभग 20 प्रगतिशील और अनुभवी किसानों का एक समूह बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि किसानों का यह समूह विभिन्न जिलों में जाकर किसानों को कृषक उत्पादक संगठनों के प्रति जागरूक करेगा। साथ ही उन्हें कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से होने वाले लाभों के बारे में बताते हुये उन्हें इसके प्रति आकृष्ट करेगा। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग व अन्य सम्बद्ध विभागों के अलग-अलग एफपीओ बनाये जाएंगे। जिनका नोडल कृषि विभाग होगा।
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कृषक उत्पादक संगठनों की आवश्यकता तथा उनकी भूमिका व महत्ता के बारे में हुई बैठक में मंगलवार को कृषि मंत्री ने कृषक उत्पादक संगठन नीति-2020 के प्रारूप पर विचार विमर्श करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य उपलब्ध कराने, कृषि उत्पाद के प्रसंस्करण तथा मूल्य संवर्धन में कृषक उत्पादक संगठनों की अहम भूमिका है।
प्रदेश में 447 से अधिक कृषक उत्पादक संगठन पंजीकृत
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 447 से अधिक कृषक उत्पादक संगठन कंपनी अधिनियम 1956 के अधीन पंजीकृत हैं। इसमें उप्र. भूमि सुधार निगम के अन्तर्गत 120, नाबार्ड के अंतर्गत 273 तथा उप्र. जैव ऊर्जा बोर्ड के अंतर्गत 134 कृषक उत्पादक संगठन गठित हैं। बैठक में यह भी बताया गया कि प्रदेश की 75 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है।
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जिनकी आजीविका का आधार कृषि एवं उनसे सम्बद्ध क्षेत्र है। प्रदेश में कुल 2.38 करोड किसान परिवार हैं। जिसमें से 93 प्रतिशत छोटे किसान है। बैठक में कृषक उत्पादक संगठनों के समक्ष आने वाली चुनौतियों एवं उनके समाधान के बारे में भी अवगत कराया गया।