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UP की आर्थिक स्थिति पर कोरोना का कहर, तीन महीने में सिर्फ इतना मिला राजस्व
यूपी वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शुक्रवार को प्रदेश की आर्थिक परिदृश्य के संबंध में कहा कि प्रदेश पिछले कुछ महीनों से कोरोना संकट का सामना कर रहा है।
लखनऊ: कोरोना संकट के कारण पूरी दुनिया की तरह ही यूपी की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। यूपी में मौजूदा वित्तीय वर्ष के अप्रैल, मई और जून माह के लिए तय लक्ष्य का महज 37.8 प्रतिशत ही राजस्व मिल सका है। हालांकि अनलाक-1 के समय में इसमे थोड़ा सुधार देखने को मिला है और जून माह में तय लक्ष्य का 61.2 प्रतिशत राजस्व प्राप्त हुआ है। जबकि लाकडाउन के समय अप्रैल माह में 10 प्रतिशत तथा मई माह में 40 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति हुई।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में जून तक 15716.48 करोड़ रुपए की हुई राजस्व प्राप्त- सुरेश खन्ना
यूपी के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शुक्रवार को प्रदेश की आर्थिक परिदृश्य के संबंध में कहा कि प्रदेश पिछले कुछ महीनों से कोरोना संकट का सामना कर रहा है। इस महामारी के कारण आर्थिक गतिविधियां और विकास कार्य प्रभावित हुआ है और हर प्रकार से राजस्व प्राप्तियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत व मनोयोग से कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने का प्रयास किया है और इसमें सफलता भी मिली रही है। वित्त मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में माह जून तक राजस्व प्राप्तियों के लक्ष्य 41602.68 करोड़ रुपए के सापेक्ष 15716.48 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति हुई है।
इस प्रकार वर्तमान वित्तीय वर्ष में माह अप्रैल, मई, जून तक की प्राप्तियां लक्ष्य के सापेक्ष 37.8 प्रतिशत रही हैं। उन्होंने बताया कि यद्यपि माह जून की प्राप्तियों में पिछले माह की अपेक्षा बढ़ोतरी हुई है। जून माह का कर राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य 14447.47 करोड़ रुपए के सापेक्ष 8848.69 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है, जो लक्ष्य का 61.2 प्रतिशत है। खन्ना ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में करेत्तर राजस्व जिसका मुख्य अंग भूतत्व एवं खनिकर्म है, में वृद्धि हुई है और निर्धारित लक्ष्य से अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है। करेत्तर राजस्व के तहत भूतत्व एवं खनिकर्म में माह जून के लक्ष्य के सापेक्ष 112.3 प्रतिशत प्राप्ति हुई है।
उन्होंने बताया कि आगे जुलाई-अगस्त- सितंबर माह में भूतत्व एवं खनिकर्म की गतिविधियां स्थगित रहती हैं, इसलिए इन महीनों में भूतत्व एवं खनिकर्म से राजस्व की प्राप्ति होने की संभावना कम है। उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में माह जून के अंत तक भूतत्व एवं खनिकर्म से राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य 900 करोड़ रुपए था जिसके सापेक्ष 633.43 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है, जो लक्ष्य के सापेक्ष 70.4 प्रतिशत है।
प्रदेश में कोरोना दर और मृत्यु दर हुई कम- खन्ना
मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में जून माह का भूतत्व एवं खनिकर्म के राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य 300 करोड़ रुपए के सापेक्ष 337.03 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है, जो लक्ष्य का 112.3 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में माह जून तक करेत्तर राजस्व की कुल प्राप्तियों का लक्ष्य 4524.55 करोड़ रुपए था। जिसके सापेक्ष 1696.27 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है, जो लक्ष्य का 37.5 है। उन्होंने बताया कि करेत्तर राजस्व प्राप्ति में माह जून का कुल लक्ष्य 1513.21 करोड़ रुपए था। माह जून में लक्ष्य के सापेक्ष 765.17 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है, जो लक्ष्य का 50.6 प्रतिशत है। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि हर क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़े।
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उन्होंने कहा कि अब हमें कोरोना के साथ ही चलना है और जिस प्रकार से हम हर मौसम और परिस्थितियों के अनुरूप अपनी व्यवस्था बनाते हैं उसी प्रकार अब हमें कोरोना के साथ ही अपनी सामाजिक तथा आर्थिक गतिविधियों को संचालित करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन को सख्ती के साथ लागू किया जिसका परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण दर एवं मृत्यु दर दोनों ही कम हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को हर हाल में रोका जाए और आर्थिक गतिविधियों और विकास कार्य को आगे बढ़ाया जाए।