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AKTU Lucknow: अब एकेटीयू के छात्र पाठ्यक्रम बदलाव में ले सकेंगे हिस्सा, ये होगी प्रक्रिया

AKTU Lucknow: एकेटीयू के पाठ्यक्रम बदलाव में छात्र भी दे सकेंगे अपने सुझाव। एमटेक प्रथम वर्ष के छात्र सीधे पीएचडी में पेपर के ज़रिये दाख़िला ले सकेंगे।

Vertika Sonakia
Published on: 4 Jun 2023 1:33 PM GMT
AKTU Lucknow: अब एकेटीयू के छात्र पाठ्यक्रम बदलाव में ले सकेंगे हिस्सा, ये होगी प्रक्रिया
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AKTU (Photo: Social Media)

AKTU Lucknow: लखनऊ में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय ने प्रथम वर्ष के एम टेक छात्रों को अपने पीएचडी कार्यक्रम में सीधे प्रवेश पाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। विश्वविद्यालय ने अपने पीएचडी अध्यादेश में बदलाव के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी, जिसमें एमसीए धारकों को प्रथम श्रेणी ग्रेड के साथ सीधे प्रवेश प्राप्त करने की अनुमति देना शामिल है। पास किए गए अन्य प्रस्तावों में पीएचडी छात्रों के लिए हर साल पंजीकरण कराने की आवश्यकता और अनुसंधान डिग्री समिति की लगातार तीन बैठकों से अनुपस्थित रहने वाले शोधार्थियों के पंजीकरण को रद्द करना शामिल है।

एमटेक प्रथम वर्ष के छात्रों को पीएचडी में सीधे प्रवेश

अब एमटेक प्रथम वर्ष के छात्रों को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू), लखनऊ के पीएचडी कार्यक्रम में सीधे प्रवेश मिलेगा। एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने अपनी सहमति दी, जिसमें कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।

सीयूईटी और गेट से होगा पीएचडी में प्रवेश

एमटेक की प्रवेश परीक्षा सीयूईटी और गेट के जरिए होगी। कोर्स वर्क पूरा करने के बाद निर्धारित ग्रेड मिलने पर पीएचडी में माइग्रेट करने का मौका दिया जाएगा। अन्यथा छात्र निर्धारित अध्यादेश के तहत एमटेक की पढ़ाई जारी रखेंगे।
वहीं पीएचडी में माइग्रेट करने पर पीएचडी अध्यादेश की व्यवस्था लागू होगी। इसी प्रस्ताव के अनुसार, सहायक प्रोफेसर स्तर पर अधिकतम चार और एसोसिएट प्रोफेसर स्तर पर छह छात्र पीएचडी पंजीकृत हो सकते हैं।
साथ ही, संतोषजनक प्रगति वाले शोधार्थियों का पंजीकरण लगातार तीन शोध डिग्री समिति (आरडीसी) की बैठकों में अनुपस्थित रहने पर रद्द कर दिया जाएगा।

प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में पंजीकरण अनिवार्य

पीएचडी छात्रों को प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में पंजीकरण कराना भी अनिवार्य होगा। साथ ही कार्यशाला आयोजित कर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को जल्द से जल्द लागू करने की भी मंजूरी दी। इसके अलावा एनईपी के संबंध में बोर्ड ऑफ स्टडीज का पुनर्गठन कर उसमें छात्रों को भी शामिल किया गया।

प्रत्येक कोर्स में बदले पाठ्यक्रम

बीटेक द्वितीय सेमेस्टर के पाठ्यक्रम में योग और खेलकूद को शामिल करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग फैकल्टी में इंटरनल क्वालिटी सेल यानी आईक्यूएसी के गठन के प्रस्ताव पर सहमति दी गई।
जबकि उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन नोएडा में बीएड की तरह एमएड में भी काउंसिलिंग के बाद बची सीटों पर संस्थान स्तर पर प्रवेश लेने का प्रस्ताव पारित किया गया। सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज में एमटेक छात्रों के सीजीपीए से प्रतिशत की गणना के प्रस्ताव को अनुमति दी गई।

बोर्ड ऑफ़ स्टडीज़ की बैठक में विद्यार्थी हुए शामिल

एकेटीयू विश्विद्यालय में पहली बार नए और पुराने छात्र बोर्ड ऑफ़ स्टडीज़ का हिस्सा होगे और पाठ्यक्रम के बदलाव के अपने सुझाव दे सकेंगे। सभी इंडस्ट्री से जुड़े लोग भी इस कमेटी में शामिल होगे। सभी छात्र, इंडस्ट्री के सदस्य और बोर्ड ऑफ़ मेम्बरस मिल कर नए पाठ्यक्रम को तैयार करने में अपना योगदान देगें। बोर्ड ऑफ़ स्टडीज़ में छात्र और छात्रायें दोनों सदस्य होगे। इस कमेंटी में बीटेक तृतीय वर्ष और बीटेक चतुर्थ वर्ष के तीन- तीन छात्र शामिल होगे।

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