Lucknow News: इकाना प्रशासन देगा मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख का मुआवजा

Lucknow News: मां-बेटी की लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी। वहीं, चालक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इस मामले में इकाना प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।

Jugul Kishor
Published on: 6 Jun 2023 1:17 PM GMT (Updated on: 6 Jun 2023 1:44 PM GMT)
Lucknow News: इकाना प्रशासन देगा मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख का मुआवजा
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कार पर गिरी थी होर्डिंग ( सोशल मीडिया)

Lucknow News: राजधानी लखनऊ में सोमवार (5 जून) को इकाना स्टेडियम के बाहर यूनिपोल गिरने से एक स्कार्पियो गाड़ी उसके चपेट में आ गई थी जिसमें चालक के साथ मां-बेटी सवार थीं। मां-बेटी की लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी। वहीं, चालक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इस मामले में इकाना प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। इकाना के बाहर यूनिपोल ओरिजिन कंपनी ने लगाया था। इकाना प्रशासन ने ओरिजिन के खिलाफ शिकायत की है।

राजधानी के इंदिरानगर सी ब्लॉक निवासी प्रीति जग्गी (38) सोमवार शाम को अपनी बेटी एंजेल (15) को साथ लेकर स्कॉर्पियो से घूमने निकली थीं। गाड़ी को खुर्रमनगर निवासी सरताज खान चला रहे थे। इस दौरान घूमते फिरते वह इकाना स्टेडियम के पास से गुजर रहे थे कि इसी दौरान स्टेडियम परिसर के भीतर गेट नंबर एक व दो के बीच में लगी होर्डिंग स्कार्पियो पर गिर गई और तीनों लोग मलबे में दब गए। हादसा देख राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस, दमकल की टीम और फिर एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद एक एक कर तीनों को बाहर निकाला गया। पुलिस ने तीनों को लोहिया अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने प्रीति व एंजेल को मृत घोषित कर दिया। सरताज के सिर व शरीर में तीन चार जगह गहरी चोटें आई हैं।

हल्की हवाएं चल रही थीं, उसी दौरान हुआ हादसा

होर्डिंग बहुत बड़ी थी और लोहे के बड़े बड़े एंगल पर टिकी थी। जिस समय हादसा हुआ उस दौरान हल्की हवाएं चल रही थीं। इसलिए पुलिस प्रशासन के अफसर भी हैरान हैं कि न तेज आंधी तूफान आया न कोई ऐसा कार्य वहां चल रहा था, जिससे होर्डिंग गिर जाए। बड़ी लापरवाही की आशंका है। जब जांच होगी तब सभी तथ्य सामने आ सकेंगे।

प्रीति का था व्रत, जूस पीने व बेटी को घुमाने को निकली थीं

प्रीति व उसके पति दीपक का आठ साल पहले तलाक हो चुका है। तब से वह अपने मायके में मां और भाई के साथ ही रहती थीं। वह सॉफ्टेवेयर डेवलपर थीं। प्रीति के पिता का निधन हो चुका है। बेटी एंजेल गुरुकुल एकेडमी में 8वीं कक्षा में पढ़ती थी। प्रीति के भाई मोहित जग्गी ने बताया कि बहन का आज सोमवार का व्रत था। वह जूस पीने के लिए निकली थीं। उन्होंने इसी बहाने बेटी को बाहर घुमाने की बात कही थी लेकिन किसी को क्या पता था कि अब बहन और भांजी कभी वापस घर नहीं आएंगी।

Jugul Kishor

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