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Lucknow Ka Mausam 04 August 2023: यूपी में फिर एक्टिव हुआ मानसून, लखनऊ में धूप-छांव या होगी बरसात, जानें आज का हाल
Lucknow Ka Mausam 04 August 2023: मौसम विभाग ने प्रदेश में 7 अगस्त तक बारिश की संभावना जाहिर की है। लखनऊ वासियों को अभी भी तेज बरसात का इंतजार है।
Lucknow Ka Mausam 04 August 2023: काफी समय बाद यूपी के विभिन्न हिस्सों में एक बार फिर मानसून सक्रिय हुआ है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से से लेकर पश्चिम भाग तक और तराई वाले इलाकों में मानसून (Monsoon 2023 in UP) की सक्रियता नजर आ रही है। राजधानी लखनऊ में बारिश के बाद मामूली बदलाव नजर आ रहा है। हालांकि, उमस बरक़रार है। अब चिपचिपी वाली गर्मी से लोग जूझ रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार (04 अगस्त) बारिश के आसार हैं। आसमान में बादलों के बीच धूप-छांव का खेल जारी रहेगा।
लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। चेतावनी में कहा गया है कि पूरब से पश्चिम तक भारी बरसात हो सकती है। इसके अलावा, पूर्वी यूपी में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं भी चल सकती है। मौसम विभाग ने कई जिलों में बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की है। ऐसे में विभाग ने सोच-समझकर घर से निकलने की हिदायत दी है। बारिश के दौरान लोहे के खंभों या पेड़ के नीचे खड़े होने से बचने की सलाह दी है।
लखनऊ में कैसा रहेगा आज का मौसम?
लखनऊ में मौसम फिर उमस भरा हो गया। बुधवार की बरसात के बाद जो थोड़ी बहुत राहत मिली थी, गुरुवार को धूप निकलने से वो भी जाती रही। हालांकि, धूप-छांव का खेल दिन भर जारी रहा। 04 अगस्त को भी कमोबेश मौसम ऐसा ही रहेगा। दिन में 19 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से पूर्व और उत्तर दिशा से चलने वाली हवाओं का प्रभाव रहेगा। हवा की वजह से गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। शाम होते-होते हवा का असर थोड़ा कम होगा। दिन हो या रात आर्द्रता बढ़ी रहेगी। अर्थात उमस का व्यापक असर महसूस किया जाएगा।
7 अगस्त तक बारिश होने की संभावना
आंचलिक मौसम विभाग ने दो दिनों यानी 4 और 5 अगस्त तक प्रदेश के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जाहिर की है। मौसम विभाग के अनुसार, 7 अगस्त तक प्रदेश के लोगों को बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। लखनऊ वासियों को एक बार फिर झमाझम बरसात का इंतजार है, ताकि गर्मी और उमस से राहत मिले।
प्रभावित हो सकती है धान-मक्के की फसल
मानसून के बावजूद जुलाई में उम्मीद से कम बारिश होने से उत्तर प्रदेश के किसानों के चेहरे मुरझाए हैं। अब किसानों को अगस्त माह से आस है। पूर्वांचल और मध्य यूपी में उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं हुई है। जून के पहले हफ्ते से 28 जुलाई तक 40 जिलों में औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश की कमी से धान और मक्के की फसल प्रभावित हो सकती है। हालांकि, हाल में हुई वर्षा ने किसानों की चिंताएं थोड़ी कम की है। तात्कालिक लाभ जरूर मिला है लेकिन दूरगामी परिणाम आना शेष है।