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Asad Encounter: बेटे असद के जनाजे में नहीं शामिल हो पाएगा माफिया डॉन अतीक अहमद, कोर्ट से नहीं मिली अनुमति

Asad Encounter: कोर्ट के बाहर निकलते ही अतीक के भाई अशरफ ने असद के एनकाउंटर की खबर सुनाई तो अतीक अनकान्शियस हो गया। इसके बाद कहने लगा कि ये सब मेरी वजह से हुआ। मेरे कर्मों की सजा मेरे बेटों को मिली। इसके बाद उसने वकील के माध्यम से बेटे के जनाजे में जाने की गुहार लगाई लेकिन इजाजत नहीं मिली। कोर्ट ने अर्जी को नामंजूर कर दिया।

Anant Shukla
Published on: 15 April 2023 4:20 AM IST (Updated on: 14 April 2023 12:54 PM IST)
Asad Encounter: बेटे असद के जनाजे में नहीं शामिल हो पाएगा माफिया डॉन अतीक अहमद, कोर्ट से नहीं मिली अनुमति
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Atiq Ahmed wont be able to attend son Asad funeral (Photo-Social Media)

Asad Encounter: कभी उत्तर प्रदेश में धाक जमाने जमाने वाले माफिया डॉन अतीक अहमद इतना मजबूर है कि अब अपने बेटे के जनाजे में भी नहीं शामिल हो पाएगा। बेटे के एनकाउंटर की सूचना मिलते ही प्रयागराज कोर्ट में फफक कर रोने वाले अतीक ने पूरी कोशिश की लेकिन कानूनी पेंच के चलते बेटे असद के जनाजे में जाने की अनुमति नहीं मिल सकी है। उधर वकील खुशी से जय श्री राम और योगी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।

एनकाउण्टर की खबर सुनते ही बेसुध हो गया अतीक

कोर्ट के बाहर निकलते ही अतीक के भाई अशरफ ने असद के एनकाउंटर की खबर सुनाई तो अतीक अनकान्शियस हो गया। इसके बाद कहने लगा कि ये सब मेरी वजह से हुआ। मेरे कर्मों की सजा मेरे बेटों को मिली। इसके बाद उसने वकील के माध्यम से बेटे के जनाजे में जाने की गुहार लगाई लेकिन इजाजत नहीं मिली। कोर्ट नें अर्जी को नामंजूर कर दिया।

नाना को शौंपा जा सकता है शव

बता दें कि माफिया अतीक अहमद सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुपालन मे साबरमती जेल में बंद है। उमेशपाल हत्याकांड में आरोपी होने के कारण उसे 13 अप्रैल को प्रयागराज कोर्ट में पेश किया गया। गुरुवार को असद के इनकाउंटर के बाद उसके डेड बॉडी को लेने के लिए कोई नहीं है। मां शाइस्ता परवीन फरार चल रही हैं, जबकि पिता अतीक अहमद जेल में बंद हैं। आस लगाया जा रहा कि पोस्टमार्टम के बाद असद के शव को उसके नाना को दे दिया जाएगा।

गुलाम के भाई राहिल ने शव लेने से किया इनकार

वहीं असद के साथ एनकाउंटर में मारे गए अतीक अहमद का खास सूटर गुलाम हसन का शव उसके भाई राहिल हसन ने लेने से इनकार कर दिया है। गुलाम ने उमेश पाल पर कई गोलियां चलाई थी। इसके बाद से ही फरार चल रहा था। उस समय गुलाम का भाई रहिल भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का जिला अध्यक्ष था इस घटना के बाद उसे पद से हटा दिया गया। इसके बाद गुलाम के पुस्तैनी घर पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया था।

भाई गुलाम के साथ राहिल

गुलाम का बड़ा भाई राहिल नें पहले भी कहा था कि गुलाम का एनकाउंटर होता है तो वो लाश भी नहीं लेगा। आज जब वह मुठभेड़ में मार दिया गया तब भी उसने वही बात दोहराई। उधर गुलाम की मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
राहिल ने कहा कि गुलाम ने समाज में परिवार की छवि को नष्ट कर दिया। उसी के कारण पुस्तैनी मकान भी ध्वस्त हो गया है। उसने कहा कि मां ने सभी भाईयों को भलाई व नेकी की राह पर चलने की सलाह देती थी। लेकिन उसपर इसका कोई असर नहीं पड़ा और उसका परिणाम आज पूरा देश देख रहा है।



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Anant Shukla

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