TRENDING TAGS :
ब्रह्मलीन भक्तिवेदांत महाराज का जन्म महोत्सव, 55 घंटे की जूम मीटिंग में मना ऐसे
कान्हा की नगरी के वृन्दावन धाम में आज उस समय देशी विदेशी भक्तो ने वृन्दावन धाम को भक्ति मय कर दिया जब भक्ति वेदांत नारायण गोस्वामी महाराज के 100 पूर्ण होंने पर भक्तो ने एक शोभा यात्रा शहर में निकाली ।
मथुरा : कान्हा की नगरी के वृन्दावन धाम में आज उस समय देशी विदेशी भक्तो ने वृन्दावन धाम को भक्ति मय कर दिया जब भक्ति वेदांत नारायण गोस्वामी महाराज के 100 पूर्ण होंने पर भक्तो ने एक शोभा यात्रा शहर में निकाली । हरे रामा हरे कृष्णा स्वर मंत्रो के बीच शोभायात्रा जिस रास्ते से निकली लोगों को आनंद की अनुभूति देते हुए निकली ।
बक्सर जिले में पैदा में हुए थे गुरुदेव
इस संबंध में भक्ति वेदांत महाराज के शिष्य श्री भक्ति वेदांत सिध्दांती महाराज ने बताया कि गुरुदेव 1921 में बिहार के बक्सर जिले में पैदा में हुए थे और उन्होंने गुरुदेव पूज्य पाद श्री भक्ति प्रज्ञान केशव गोस्वामी महाराज से दीक्षा लेकर मथुरा में गोडिया मठ के प्रचार का कार्य सम्भाला था । भक्तिवेदांत महाराज ने ब्रज के अलावा जगह जगह पहुँचकर कृष्ण लीलाओं का गुणगान किया और प्रचार प्रसार किया ।
भक्तो ने बताया कि महाराज जी ने पूरे संसार में लगभग 31 बार पूरे विश्व की परिक्रमा करते हुए सब तरफ कृष्ण भक्ति का प्रचार किया.। आज पूरा विश्व उनके 100 वाँ जन्म दिवस मना रहा है जिसके अंतर्गत संसार के सभी देशों में उनके शिष्यों के द्वारा इस विशेष जन्म उत्सव का आयोजन किया जा रहा है ।
वृंदावन की परिक्रमा की गई
इसी उपलक्ष्य में वृंदावन में उनके शिष्यों के द्वारा वृंदावन की परिक्रमा की गई । जिसमें लगभग 400 देश विदेश के भक्तों ने भाग लिया और आज गोपीनाथ गौड़िया मठ, इमली पर एक विशेष सभा का आयोजन किया गया जिसमें कि वृंदावन के प्रमुख संतों ने भाग लिया, इनमें प्रमुख श्री बागिशी जी महाराज, प्रेम दास बाबा जी महाराज अच्युत लाल जी भट्ट, भक्ति सर्वस्व गोविंद महाराज, श्री धीर कृष्णा प्रभु, श्री अमल कृष्णा प्रभु श्री हरि कांत दास व अन्य अन्य गौड़िया मठ के संतों ने भाग लिया.. लगभग 1500 भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया ।
ये भी पढ़ें : औरैया: 17 फरवरी से नगर पंचायतों में लगेगा विशेष शिविर, बनेंगे गोल्डन कार्ड
55 घंटे की जूम मीटिंग
गुरुदेव के 100वें जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में एक विशेष वेबसाइट www.srilagurudeva.com का भी विमोचन किया गया जिसके माध्यम से संसार भर के उनके शिष्यों ने अपनी श्रद्धांजलि दी साथ ही लगभग 55 घंटे का जूम मीटिंग का आयोजन किया गया ।जिसमें पूरे संसार के उनके शिष्य भाग ले रहे हैं ।
बताया जा रहा है कि यह अपने आप में पहली विश्व की 55 घंटे लंबी जूम मीटिंग है जो कि अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड है और इसी उपलक्ष में यह पूरा वर्ष महाराज जी के 100वें जन्मदिन का जन्म शताब्दी वर्ष संसार भर में मनाया जाएगा ।
रिपोर्ट- नितीश गौतम
ये भी पढ़ें : झांसी में कमिश्नर व डीएम ने भी लगवाया टीका, फिर बताया कैसा रहा अनुभव