तीन जून को माया ने बुलाई बैठक, हो सकता है गठबंधन के भविष्य का फैसला

लोकसभा चुनाव में सपा व रालोद से गठबंधन के बावजूद मिली हार के बाद बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने आगामी तीन जून को दिल्ली में एक अहम बैठक करेंगी। इस बैठक में नवनिर्वाचित सांसदों, लोकसभा प्रत्याशियों, जोन इंचार्जों के साथ जिलाध्यक्षों को भी बुलाया गया है।

Dharmendra kumar
Published on: 31 May 2019 9:53 AM GMT
तीन जून को माया ने बुलाई बैठक, हो सकता है गठबंधन के भविष्य का फैसला
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लखनऊ: लोकसभा चुनाव में सपा व रालोद से गठबंधन के बावजूद मिली हार के बाद बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने आगामी तीन जून को दिल्ली में एक अहम बैठक करेंगी। इस बैठक में नवनिर्वाचित सांसदों, लोकसभा प्रत्याशियों, जोन इंचार्जों के साथ जिलाध्यक्षों को भी बुलाया गया है। मायावती की इस बैठक में यूपी की 11 विधानसभा सीटों के उपचुनाव की रणनीति बनायी जायेगी तो वही यूपी में सपा व रालोद के साथ गठबंधन के भविष्य पर भी फैसला हो सकता है।

सूत्रों के मुताबिक आगामी तीन जून को बुलाई गयी बैठक में उन सीटों पर विशेष चर्चा होगी, जिन पर पार्टी को जीतने का पूरा भरोसा था और इसके साथ ही उन सीटो को भी शामिल किया गया, जहां पार्टी कम अंतर से हारी है। बसपा को लोकसभा चुनाव में 10 सीटें मिली हैं। उसका कुल वोटिंग प्रतिशत 19.26 रहा है। मायावती ने सीटवार ब्यौरा भी मांगा है।

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सूत्रों का कहना है कि मायावती इस दौरान पदाधिकारियों के साथ गठबंधन के भविष्य की संभावनाओं पर भी बातचीत कर सकती हैं। बसपा सुप्रीमों इस तथ्य की भी समीक्षा करेंगी कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और रालोद के साथ गठबंधन से पार्टी को कितना लाभ व हानि हुई है और सपा व रालोद का वोट बसपा को ट्रांसफर हुआ है कि नहीं। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने बसपा प्रत्याशियों की जीत-हार पर कितना असर डाला है।

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गौरतलब है कि चुनाव नतीजों के बाद से ही दिल्ली में मौजूद मायावती ने लोकसभा चुनाव का रुझान आने के तुरंत बाद ईवीएम को लेकर आपत्ति जताई थी। उन्होंने गठबंधन को मिली सीटों पर चिंता जताते हुए कहा था कि पार्टी को अपेक्षा से कम सीटें मिली हैं। मायावती इसके बाद दिल्ली से ही पदाधिकारियों को लगातार दिशा-निर्देश दे रही थीं। बीते रविवार को भी उन्होंने पार्टी के जीते सांसदों और पदाधिकारियों को दिल्ली तलब कर बैठक की थी।

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