TRENDING TAGS :
गणतंत्र दिवस पर BJP नेता का नारा, हम दो हमारे पांच, लोगों से की ये अपील
नेताजी ने कहा कि पढ़ा लिखा बच्चा राजनीति में जाए। एक बच्चे को मान मर्यादा इज़्जत बचाने के लिए लोहा खरीदना और लोहा चलाना सिखाइए। एक बच्चे को सेना में भेजिए। एक बच्चे को व्यापार में लगाइए और एक बच्चे को IAS- PCS बनाकर भारत की सेवा में लगाइए।
मेरठ: मंगलवार को एक तरफ जहां पूरा देश गणतंत्र दिवस मना रहा था वहीं यूपी के मेरठ जिले में इस अवसर पर एक नेताजी ने झंडारोहण के दौरान हम दो हमारे पांच का नारा दिया। हम दो हमारे पांच का नारा देने वाले भारतीय जनता पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा ने आगे ये भी कहा कि एक बच्चे को लोहा खरीदना और चलाना भी सिखाइए।
हम दो हमारे पांच का संकल्प लेने की अपील
इतना ही नहीं आगे विनीत अग्रवाल शारदा ने कहा कि जब तक हम दो हमारे दो का नियम नहीं बनता तब तक हम दो हमारे पांच का सभी संकल्प लें। उन्होंने कहा कि जब तक नियम नहीं बनता तब तक हम दो हमारे दो के सिद्धांत को समाप्त करना चाहिए। साथ ही उन्होंने सरकारों से भी अपील की कि या तो ये हो जाए कि उनके भी दो हमारे भी दो या फिर हम दो हमारे पांच का सभी को संकल्प लेना चाहिए।
ये भी पढ़ें: किसानों को संतुष्ट करने में सफल योगी सरकार, इन योजनाओं से खुश UP के किसान
पांचों बच्चों के किस काम में लगाया जाय, ये भी बताया
आगे उन्होंने पांच बच्चों को किस काम में लगाया जाए, इस बारे में बताया। नेताजी ने कहा कि पढ़ा लिखा बच्चा राजनीति में जाए। एक बच्चे को मान मर्यादा इज़्जत बचाने के लिए लोहा खरीदना और लोहा चलाना सिखाइए। एक बच्चे को सेना में भेजिए। एक बच्चे को व्यापार में लगाइए और एक बच्चे को IAS- PCS बनाकर भारत की सेवा में लगाइए। बीजेपी नेता यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे ये भी कहा कि आज लोकतंत्र का सबसे पवित्र दिन है और इस दिन या तो हम दो हमारे दो या फिर हम तीन हमारे तीन का नियम सरकार सभी के लिए बना दे। या फिर आज हम सब संकल्प लें कि सभी हम दो हमारे पांच का पालन करेंगे।
महाराजा दशरथ का जिक्र
इतना ही नहीं, आगे उन्होंने ये भी कहा कि महाराजा दशरथ के चार पुत्र थे। अगर राजा दशरथ के चार पुत्र नहीं होते तो रावणराज का अंत नहीं होता। इसलिए देश को ज़रूरत है हम दो हमारे पांच की। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होगा तो भारत माता फिर रोएगी। फिर भारत माता जंजीरों में जकड़ी जाएगी और फिर दूसरे पाकिस्तान की मांग उठेगी।
ये भी पढ़ें: गोरखपुर: छह गुना कीमत बढ़ने के बाद भी खा रहे ‘पाकिस्तानी नमक’, जानें क्या है वजह