नशीली दवाइयां सप्लाई करने वाले 4 गिरफ्तार, भारी मात्रा में बैन दवाएं बरामद

मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि दवाई बनाने वाली कंपनी व गोदाम सील कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दोनो जगह से भारी मात्रा में प्रतिबंधित गोलियां, सीरप, इंजेक्शन मिले हैं।

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Published on: 19 March 2021 7:37 AM GMT
नशीली दवाइयां सप्लाई करने वाले 4 गिरफ्तार, भारी मात्रा में बैन दवाएं बरामद
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नशीली दवाइयां की सप्लाई करने वाले 4 गिरफ्तार, भारी मात्रा में बैन दवाएं बरामद (PC: social media)

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में नशीली दवाइयों को पंजाब में सप्लाई के मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों (एनसीबी)) पंजाब की मेरठ में ३६ घंटे तक चली कार्रवाई में भारी मात्रा में प्रतिबंधित गोलियां, सीरप, इंजेक्शन मिले हैं। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। फर्म मालिक मौके से फरार हो गया। आरोपियों को साथ लेकर कारोबार में शामिल अन्य लोगों की तलाश में गाजियाबाद और दिल्ली में भी छापा मारा गया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। लुधियाना पुलिस ने गिरफ्तार चारों आरोपियों को मेरठ की अदालत में पेश किया। ट्रांजिट रिमांड बनवा कर उन्हें लुधियाना ले गई।

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दवाई बनाने वाली कंपनी व गोदाम सील कर दिए गए हैं

मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि दवाई बनाने वाली कंपनी व गोदाम सील कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दोनो जगह से भारी मात्रा में प्रतिबंधित गोलियां, सीरप, इंजेक्शन मिले हैं। एसएसपी के अनुसार प्रतिबंधित दवाइयों की सप्लाई सिर्फ पंजाब में नशा मुक्ति केंन्द्रों पर होनी चाहिए थी। लेकिन सांठगांठ से यह मार्केट में बिक रही थी। इस पर कार्रवाई की गई है। आरोपी जान सैफी निवासी छोटी मस्जिद कोतवाली, फरजान सैफी निवासी शाहपीर गेट कोतवाली, सादिक पुत्र शाबिर अली निवासी भवानी नगर नौचंदी और सूर्या प्रकाश उर्फ छुट्टन पुत्र इंद्रजीत गोयल निवासी गांव काशी परतापुर को गिरफ्तार कर स्पेशल सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। पर्क फार्मास्युटिकल मालिक अमरजीत फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है। गुरुवार दिनभर पुलिस जांच में लगी रही।

विभाग दस्तावेज खंगाल रहा है

ड्रग्स इंस्पेक्टर पवन शाक्य ने बताया कि विभाग दस्तावेज खंगाल रहा है। कई अनियमितताएं मिली हैं। लाइसेंस किसी के नाम और फैक्ट्री कोई और चला रहा था। पंजाब पुलिस पेन किलर दवा की वजह से यहां आई थी। यह दवा पंजाब में प्रतिबंधित हैं, लेकिन लुधियाना में यह दवा मिली थी। जिसके आधार पर पंजाब पुलिस ने यहां छापा मारा था। हालांकि इस फैक्टरी में और उत्तर प्रदेश में इस दवा को बनाने की अनुमति है और इनके पास इसका लाइसेंस भी है। ड्रग्स विभाग की टीम ने यहां से 10 दवाओं के सैंपल लिए हैं, जिनमें कुछ नारकोटिक्स की दवा है। इन्हें जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा जाएगा।

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आपस में नशीली प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई का धंधा शुरू कर दिया

मेरठ पुलिस की सर्विलांस सेल के प्रभारी मनोज दीक्षित के अनुसार, नशीली दवाइयों के धंधे से जुड़े सभी गिरफ्तार आरोपी नकली प्रोटीन कारोबार से भी जुड़े हुए हैं। मेरठ में नकली प्रोटीन (फूड सप्लीमेंट) बनाकर इसकी सप्लाई पंजाब तक होती है। इसके चलते करीब दो साल पहले मेरठ के कुछ दवा व्यापारी पंजाब वाले लोगों के संपर्क में आए थे। इसके बाद इन्होंने आपस में नशीली प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई का धंधा शुरू कर दिया।

रिपोर्ट- सुशील कुमार

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