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Meerut News: हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठी चार्ज को लेकर मेरठ के अधिवक्ताओं में आक्रोश, कचहरी परिसर में पुलिस को दौड़ाया

Meerut News: गुस्साये अधिवक्ताओं ने दोपहर को कचहरी के बाहर हनुमान मंदिर के सामने जाम कर पुलिस विरोधी नारेबाजी की। सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।

Sushil Kumar
Published on: 29 Aug 2023 7:37 PM IST
Meerut News: हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठी चार्ज को लेकर मेरठ के अधिवक्ताओं में आक्रोश, कचहरी परिसर में पुलिस को दौड़ाया
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(Pic: Newstrack)

Meerut News: हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज से गुस्साये मेरठ के अधिवक्ताओं आज कचहरी परिसर में खूब हंगामा किया। गुस्साये अधिवक्ताओं ने दोपहर को कचहरी के बाहर हनुमान मंदिर के सामने जाम कर पुलिस विरोधी नारेबाजी की। सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों द्वारा गुस्साये वकीलों को समझा-बुझा कर शांत किये जाने का प्रयास चल रहा है।

पुलिस और वकीलों में हुई तीखी नोकझोंक

मिली जानकारी के अनुसार महिला अधिवक्ता पर दर्ज एफआईआर का विरोध कर रहे वकीलों ने पहले मेरठ बार के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद काफी संख्या में वकील नारेबाजी करते हुए कचहरी के मुख्य गेट पर पहुंचे। यहां से इकट्‌ठा होकर वकील अब कप्तान ऑफिस पहुंचे। हापुड़ की घटना को लेकर पुलिस और वकीलों की काफी नोंकझोंक हुई। इसके बाद काफी वकील पुलिस से भिड़ गए तो पुलिस ने भी वकीलों पर लाठी फटकार कर उन्हें खदेड़ दिया है। कोर्ट परिसर के अंदर कर दिया। इस दौरान काफी वकीलों को चोटें भी आई हैं।

मेरठ बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ताओं ने बताया कि शुक्रवार को कार में सवार होकर महिला अधिवक्ता अधिवक्ता प्रियंका त्यागी अपने पिता व 2 लोगों के साथ हापुड़ से गाज़ियाबाद की तरफ जा रही थी। जब वह गढ़ रोड पर एक होटल के समीप पहुंचीं तो एक सिपाही ने अपनी लेपर्ड बाइक से उनकी कार में टक्कर मार दी। यही नहीं सिपाही द्वारा महिला अधिवक्ता प्रिंयका त्यागी के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। इसके बाद भी पुलिस ने उल्टा अधिवक्ता प्रियंका व उसके पिता के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया। इतना ही नहीं थानाध्यक्ष द्वारा वकीलों के विरुद्ध अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया। महिला अधिवक्ता व उसके पिता पर दर्ज किए गए मुकदमे को तुरंत वापस लेने और सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। वहीं, थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं के सम्मान से किसी भी सूरत में समझौता नहीं किया जाएगा।



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Sushil Kumar

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