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Meerut News: मेडिकल कालेज में स्टाफ की कमी पर बोले प्रमुख सचिव-अगले आठ से दस महीने में समस्या का होगा निस्तारण

Meerut News: बोले-प्रदेश भर में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, जिनके परिणाम देरी से जरूर आएंगे लेकिन, अच्छे होंगे। कहा कि इमरजेंसी में मरीजों को रखने की जगह कम है, उसको बढ़ाने पर काम होगा। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने इमरजेंसी में मरीजों से बात कर उनका हाल जाना।

Sushil Kumar
Published on: 5 Aug 2023 1:41 PM GMT
Meerut News: मेडिकल कालेज में स्टाफ की कमी पर बोले प्रमुख सचिव-अगले आठ से दस महीने में समस्या का होगा निस्तारण
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प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन आलोक कुमार: Photo- Newstrack

Meerut News: प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन आलोक कुमार ने आज मेरठ में लाला लाजपत राय मेडिकल अस्पताल के निरीक्षण के दौरान स्टाफ की कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि डॉक्टरों के साथ नर्सिंग व पैरा मेडिकल स्टाफ की भूमिका भी अहम होती है। उन्होंने कहा कि अगले आठ से दस महीने में मेडिकल कॉलेजों में समस्याओं का निस्तारण होगा। 80 हजार से ज्यादा पद सृजित किए हैं, जिसमें 20-20 प्रतिशत के साथ भर्ती करेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, जिनके परिणाम देरी से जरूर आएंगे लेकिन, अच्छे होंगे। कहा कि इमरजेंसी में मरीजों को रखने की जगह कम है, उसको बढ़ाने पर काम होगा। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने इमरजेंसी में मरीजों से बात कर उनका हाल जाना। वहीं, एक मरीज की तीमारदार ने प्रमुख सचिव से एक महिला डॉक्टर द्वारा इलाज के बजाय उनका पर्चा ही फेंक देने की शिकायत की। इस पर प्रमुख सचिव ने प्राचार्य को डॉक्टर पर तत्काल जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर बनाये जाने के निर्देश

आयुक्त सभागार में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार द्वारा चिकित्सा शिक्षा विभाग की लोक कल्याणकारी योजना, सर्वोच्च प्राथमिकता वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं यथा-अटल आवासीय विद्यालय, सिंचाई परियोजना, विद्युत उप केन्द्रों तथा लोक निर्माण विभाग की समीक्षा एवं शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की गयी। प्रमुख सचिव द्वारा मेडिकल कालेज के अंतर्गत शिक्षा संकाय एवं मेडिकल सुविधा की विस्तृत रूप से समीक्षा करते हुये निर्देशित किया गया कि स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर बनाये जाने हेतु प्रयास किये जायें।

उन्होंने कहा कि अक्सर यह देखा गया है कि मेडिकल में आने वाले मरीजों को भर्ती करने में परेशानी होती है तथा उनको प्राइवेट अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। इस पर सख्त निर्देश देते हुये कहा कि मेडिकल में आगंतुक मरीज को अच्छे से उपचार सुनिश्चित किया जाये तथा मरीज को किसी भी प्राइवेट अस्पताल व अन्य जगह रेफर न किया जाये। इसका विशेष ध्यान रखा जाये तथा उच्च स्तर से लगातार निगरानी की जाये। बैठक में मेरठ में मेडिकल कालेज की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की गयी तथा संबंधित कार्यदायी संस्था को निश्चित समय में कार्य को पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये। इसी क्रम में कल्याण सिंह मेडिकल कालेज बुलंदशहर की कार्य प्रगति एवं उसके संचालन हेतु विभिन्न चिकित्सा सेवाओं का प्रजेन्टेशन दिखाया गया। जिसके अंतर्गत कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया कि मेडिकल कालेज की अस्पताल वाली बिल्डिंग के अवशेष कार्य को तत्काल पूरा किया जाये जिससे कि चिकित्सकीय सेवा का संचालन सुचारू रूप से हो सके।

उन्होंने मेरठ मंडल के अंतर्गत ऊर्जा एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा 50 करोड से अधिक की निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की योजनावार समीक्षा कर सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जाये। इस अवसर पर आयुक्त मेरठ मंडल सेल्वा कुमारी जे0, अपर आयुक्त महेन्द्र प्रसाद, जिलाधिकारी दीपक मीणा, उपाध्यक्ष एमडीए अभिषेक पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज मेरठ डा0 आर0सी0 गुप्ता, प्राचार्य मेडिकल कालेज बुलंदशहर डा0 मनीषा जिंदल, मेडिकल कालेज, विद्युत विभाग एवं लोक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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