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Meerut News: किलिमंजारो पर मेरठ के लाल ने फहराया तिरंगा, चोटी पर पहुंचे पर्वतारोही अंकित

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ के थाना सरधना क्षेत्र के भूनी गांव के लाल और युवा पर्वतारोही अंकित कुश ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर फहराने वालों में शामिल हो गये हैं। इस अभियान के लिए पर्वतारोही अंकित 12 अगस्त को मरांगू गेट से अपने मिशन के लिए निकले थे।

Sushil Kumar
Published on: 17 Aug 2023 2:52 PM IST
Meerut News: किलिमंजारो पर मेरठ के लाल ने फहराया तिरंगा, चोटी पर पहुंचे पर्वतारोही अंकित
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Meerut News (Photo - Social Media)

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ के थाना सरधना क्षेत्र के भूनी गांव के लाल और युवा पर्वतारोही अंकित कुश ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर फहराने वालों में शामिल हो गये हैं। इस अभियान के लिए पर्वतारोही अंकित 12 अगस्त को मरांगू गेट से अपने मिशन के लिए निकले थे। 14 अगस्त की रात करीब 12 बजे को अफ्रीका के सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो की चढ़ाई की शुरुआत की। 15 अगस्त की सुबह करीब 6:00 बजे अफ्रीका के सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर) पर भारत का गौरव तिरंगा फहराया। अंकित मुंबई में निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। मेरठ में अंकित के परिजनों ने बताया कि कल यानी 18 अगस्त को अंकित अपना प्रमाणपत्र लेकर दिल्ली इसके बाद मेरठ में गांव भूनी में लौटेंगे।

अंकित का अगला लक्ष्य माउंट एवरेस्ट

परिजनो का कहना है कि अंकित पिछले करीब दो साल से माउंटेनियरिंग की ट्रेनिंग ले रहे हैं। 2021 में ट्रेनिंग कम ट्रैक कर चुके हैं। 2022 में हिमाचल में ट्रेनिंग ली और ट्रेनिंग के दौरान फ्रेंडशिप पीक ट्रैक कर चुके हैं। अंकित का कहना है कि लक्ष्य को फतह करना उनके लिए बहुत ही जरूरी था, चढ़ाई करते समय बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अंकित का अगला लक्ष्य माउंट एवरेस्ट में 8 हजार 848 मीटर की ऊची चोटी में तिरंगा लहराना है। जिसकी अंकित ने तैयारी शुरू कर दी है।

अंकित ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या द्वारा उन्हें राष्ट्रीय ध्वज भेट किया गया था। जब उन्होंने माउंट किलिमंजारो, जो कि अफ्रीकी महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत होने के साथ-साथ दुनिया का सबसे ऊंचा मुक्त खड़ा पर्वत भी है, कि यात्रा प्रारम्भ की तो वहां का तापमान माइनस 16 डिग्री था। कम ऑक्सीजन, उनके पैर सुन्न हो गए थे और उनके सिर में भी बहुत दर्द होने लगा था। इसके अलावा वह कई कठिनाइयां आईं, पर हमने हिम्मत नहीं हारी और तिरंगा, लहरा दिया और मेरठ ही नहीं वल्कि उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है। अंकित का कहना है की उनकी सफलता में सबका सहयोग और दुआएं शामिल थीं। इसलिए वह मेरठ ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन कर पाए हैं।



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Sushil Kumar

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