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Meerut News: चार जुलाई से रुट डायवर्जन पर लगी प्रशासन की मुहर
Meerut News: देश भर में इस बार कांवड़ यात्रा चार जुलाई से शुरू हो रही है, जिसका समापन 15 जुलाई को शिवरात्रि को होगा। इसे लेकर मेरठ के प्रशासन ने रूट डायवर्जन प्लान भी जारी कर दिया है।
Meerut News: देश भर में इस बार कांवड़ यात्रा चार जुलाई से शुरू हो रही है, जिसका समापन 15 जुलाई को शिवरात्रि को होगा। पुलिस का मानना है कि चार जुलाई से भीड़ धीरे-धीरे बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश, दिल्ली से होते हुए काफी तादाद में कांवड़िये उत्तराखंड, हरियाणा और राजस्थान की तरफ जाते हैं। इस साल कांवड़ियों की तादाद 20-25 लाख रहने का अनुमान है। वेस्ट यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान सड़कों पर भारी भीड़ होने की संभावना है। इसे लेकर मेरठ के प्रशासन ने रूट डायवर्जन प्लान भी जारी कर दिया है। चार जुलाई से लागू किये जाने वाले इस प्लान में शुरुआती 9 दिन कांवड़ रूटों पर वन-वे और फिर आखिरी तीन दिन ट्रैफिक पूर्ण रूप से बंद रहेगा।
पुलिस अधीक्षक यातायात जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव के अनुसार जिले में कुल आठ कांवड़ मार्ग हैं, जिनमें से चार पर मुख्य रूप से फोकस किया गया है। इन रूटों पर ही रूट डायवर्जन लागू होगा। उन्होंने बताया कि प्लान लागू होने के बाद दिल्ली, नोएडा व गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर, हरिद्वार और सहारनपुर जाने वाले वाहन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे से डासना इंटरचेंज से नीचे उतारते हुए पिलखुवा के रास्ते हापुड़ बाइपास, टियाला अंडरपास, किठौर, परीक्षितगढ़, हस्तिनापुर होते हुए रामराज सेगंतव्य की ओर बढ़ेंगे। वापसी के लिए इसी रूट की मदद से सफर हो सकेगा।
कांवड़ यात्रा में मजबूत सुरक्षा-व्यवस्था मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी लगभग पूरी कर ली है। कांवड़ यात्रा में इस बार पहचान पत्र अनिवार्य होगा। डीजे प्रतिबंधित नहीं रहेगा, बल्कि पुलिस इसे नियंत्रित करेगी। यात्रा के दौरान कोई भी 12 फीट से ऊंची कांवड़ नहीं ला सकेगा। जिला प्रशासन का दावा है कि यात्रा के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रहेगी। कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जगह-जगह पुलिस के नाके भी लगाए जाएंगे। जिन पर 10 से 15 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। कुछ स्थान ऐसे भी चिन्हित किए गए हैं जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे। जिससे असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके।
इस बार कांवड़ियों की संख्या ज्यादा होने के कारण गांव-गांव से कांवड़ियों का डाटा एकत्रित किया जा रहा है। डीएम और एसपी रोज कांवड़ मार्ग का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं।