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Mirzapur News: दो सहेलियों ने उठाया बेसहारा बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा, गंगा किनारे बना दी पाठशाला, पीएम मोदी कर चुके हैं
Mirzapur News: शिखा मिश्रा और पूर्णिमा सिंह कोरोना काल के बाद से प्रतिदिन घाट पर गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रही हैं। इन दोनों सहेलियों के घाट पर पहुंचने से पहले बच्चे इंतजार करते रहते हैं। इन गरीब बच्चों की रुकी हुई पढ़ाई को आगे बढ़ाने का काम कर रहीं इन सहेलियों के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है।
Mirzapur News: जिले में गरीब बच्चों की शिक्षा को लेकर दो सहेलियों ने नजीर पेश की है। दोनों ने गंगा नदी के घाट को ही पाठशाला बना दिया है। शिखा मिश्रा और पूर्णिमा सिंह कोरोना काल के बाद से प्रतिदिन घाट पर गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रही हैं। इन दोनों सहेलियों के घाट पर पहुंचने से पहले बच्चे इंतजार करते रहते हैं। इन गरीब बच्चों की रुकी हुई पढ़ाई को आगे बढ़ाने का काम कर रहीं इन सहेलियों के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है।
जब कोविड-19 और लॉकडाउन चरम पर था, तब बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई करते थे, लेकिन गरीब बच्चे महंगा मोबाइल नहीं होने की वजह से ऐसा नहीं कर पाते थे। यह देख इन सहेलियों के मन में वंचित वर्ग के बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जलाने का ख्याल आया। उन्होंने कुछ बच्चों को एकत्र कर इस पाठशाला की शुरूआत की। जिसके बाद से यहां बच्चों की संख्या बढ़ती गई।
दे रही निःशुल्क शिक्षा
मिर्जापुर जिले की रहने वालीं दो बचपन की दोस्त शिखा मिश्रा और पूर्णिमा सिंह गंगा नदी के बरिया घाट पर पहुंचकर प्रतिदिन इलाके के गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रही हैं। इन्होंने घाट को ही पाठशाला बना दिया है। यहां पर दो घंटे का समय देकर यह दोनों बच्चों को विषय पढ़ाने के साथ ही योगा और खेल भी सिखाती हैं। आर्थिक हालात की वजह से ऐसे कई परिवार हैं, जिनके बच्चे अब भी नहीं पढ़ पा रहे हैं। दोनों सहेलियों ने गंगा घाट की सीढ़ियों को ही पाठशाला बना दिया है। ये सहेलियां यहां प्रतिदिन 3 बजे से 5 बजे तक निःशुल्क शिक्षा देती हैं।
इसकी शुरूआत में एक दो-बच्चे आते थें वहीं अब यहां पर 25 बच्चे पढ़ रहे हैं। यह दोनों बच्चों को विषय के साथ ही योगा, खेल और अन्य गतिविधियों से उनका विकास करने की प्रयास कर रही हैं। यहां तक की कभी-कभी 10वीं और 12वीं के भी बच्चे मैथ, इंग्लिश के साथ और विषय लेकर पढ़ने आते हैं। सभी को जितना संभव हो रहा है, यह दोनों मिलकर पढ़ाती हैं।
कौन हैं दोनों सहेलियां
शहर के महुवरिया की रहने वालीं शिखा मिश्रा और पूर्णिमा सिंह बचपन की दोस्त हैं। शिखा मिश्रा बीएचयू से एमए और पूर्णिमा सिंह नगर के केबी पीजी कॉलेज से एमएससी कर रही हैं। दोनों सहेलियों ने बताया कि यह सभी गरीब बच्चे हैं और सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। यहां पर हम लोग सभी विषयों हिंदी, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के साथ ड्राइंग की क्लास चलाते हैं। साथ ही अन्य गतिविधियां भी बच्चों को सिखाई जाती हैं। इनका मानना है कि शिक्षा सबका अधिकार है। हर चीज सरकार नहीं कर सकती है।
हम यूथ को आगे आना होगा तभी कुछ हो पाएगा। कॉपी, पेंसिल जिनके पास नहीं होता है, उनको उपलब्ध कराया जाता है। दूसरी तरफ कोविड काल में जब इन सहेलियों की ऐसी पाठशाला की जानकारी पीएम मोदी तक पहुंची थी, तो वह भी अपनी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में उनका नाम लेकर उनका तारीफ कर चुके हैं।