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Moradabad News: बच्चे का अपहरण कर मांगी थी 40 लाख की फिरौती, मुठभेड़ के बाद पुलिस ने कराया मुक्त
Moradabad News: मुरादाबाद में एक बार फिर चोरी, डकैती, अपहरण का दौर आ गया है। थाना मझोला की पॉश कॉलोनी बुद्धि विहार से एक मासूम बच्चे को किडनैप करने का मामला सामने आया। पुलिस ने 12 घंटों में मुठभेड़ के बाद मासूम को बदमाशों के चंगुल से मुक्त करा दिया।
Moradabad News: मुरादाबाद में एक बार फिर चोरी, डकैती, अपहरण का दौर आ गया है। थाना मझोला की पॉश कॉलोनी बुद्धि विहार से एक मासूम बच्चे को किडनैप करने का मामला सामने आया। पुलिस ने 12 घंटों में मुठभेड़ के बाद मासूम को बदमाशों के चंगुल से मुक्त करा दिया।
घटना को गोपनीय रखते हुए पुलिस ने बनाई रणनीति
यह कॉलोनी महानगर की सुरक्षित और पॉश मानी जाती है। बीती शाम यहां सनसनीखेज मामला सामने आया था जहां सात वर्षीय बालक का अपहरण कर बदमाशों ने सनसनी फैला दी थी। रविवार को पुलिस ने बच्चे को मुक्त करा लिया। एसएसपी के निर्देशन में घटना को गोपनीय रखते हुए पुलिस ने शानदार रणनीति बनाई। जिसमें अपहरणकर्ता 12 घंटे में फंस गए। पुलिस ने जान जोखिम में डालकर बदमाशों की गोलियों का मुकाबला किया और दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है, हालांकि मुठभेड़ में एक दरोगा भी जख्मी हो गया है।
घर के बाहर साइकिल चला रहे मासूम को उठाया था
शहर के थाना मझोला इलाके के बुद्धि विहार के सेक्टर नौ में बीती शाम साढ़े छह बजे सफेद रंग वेगनआर कार सवार बदमाशों ने घर के पास ही साइकिल चला रहे सात साल के वेदिक गुप्ता का अपहरण कर लिया था। वेदिक गुप्ता के पिता प्रदीप गुप्ता निजी मोबाईल नेटवर्क कंपनी में इंजीनियर का कार्य करते हैं। मोहल्ले के बच्चों ने वेदिक गुप्ता के परिजनों को बच्चे के कार से जाने की जानकारी दी थी। परिजनों ने थाना मझोला पुलिस और कंट्रोलरूम पर कॉल कर अपहरण की जानकारी दी। सरेशाम बच्चे के अपहरण की जानकारी मिलते ही आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया और परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस अधिकारियों ने घटना की जानकारी लेकर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले और कार की पहचान की गई।
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40 लाख की मांगी थी फिरौती, बच्चे को मारने की धमकी
पुलिस जांच के दौरान ही प्रदीप गुप्ता के पास बदमाशों का फोन आया और उन्होंने चालीस लाख रुपये नहीं देने पर बच्चे की हत्या करने की धमकी दे डाली। पुलिस ने अपनी सक्रियता का परिचय देते हुए एक दर्जन से ज्यादा टीमों का गठन करके करीब 60 पुलिसकर्मियों को बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगाया। सभी थानों को अलर्ट करके सफेद वैगनआर की तलाश शुरू कराई गई। बदमाशों के मोबाइल फोन से लोकेशन ट्रेस करने की कवायद भी शुरू कर दी गई। सीसीटीवी के फुटेज भी सभी थानों को भेजे गए। पुलिस पूरी रात बदमाशों की तलाश में लगी रही। इस बीच बिलारी थाना इलाके में रेलवे क्रासिंग के पास सुबह करीब छह बजे सब इंस्पेक्टर अनुज को बिना नंबर प्लेट लगी सफेद वैगनआर कार नजर आई, तो उन्होंने कार को रुकने का इशारा किया।
दोतरफा फायरिंग में दो बदमाशों के पैर में लगी गोली
पुलिस को देख कार सवार बदमाशों ने दारोगा को टक्कर मारकर कार को कच्चे रास्ते पर भगाना शुरू कर दिया। दरोगा अनुज ने बाईक से कार का पीछा कर कंट्रोल रूम को सूचना दी और कार का पीछा करते रहे। इस बीच पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी करनी शुरू किया। पुलिस से घिरने पर बदमाशें ने कार खेतों में घुसेड़ दी, जहां बरसात से हुए कीचड़ में कार फंस गई। कार फंसने पर बदमाशों ने कार से उतरकर पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागना शुरू कर दिया। पुलिस ने बदमाशों की छोड़ी गई कार की तलाशी ली तो उसमें से अपहरण किया गया वेदिक गुप्ता डरा सहमा बैठा हुआ मिला। पुलिस ने बच्चे को बरामद होने पर भाग रहे बदमाशों का पीछा किया।
पुलिस के मुताबिक दोनों तरफ से हुई कई राउंड फायरिंग के बाद पैर में गोली लगने से बदमाश अंकुश शर्मा और शशांक मेहता जख्मी हो गए। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके बिलारी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया है। उधर, मासूम के सकुशल घर लौट आने से परिजनों ने राहत की सांस ली है।