TRENDING TAGS :
Moradabad News: बच्ची की मौत पर परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप
Moradabad News: तीमारदारों का आरोप है कि यहां एनआईसीयू में रात भर मरी बच्ची का इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने पैसों की चक्कर में जबरदस्ती रातभर आईसीयू में रखा।
Moradabad News: मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र में एकता विहार कालोनी स्थित ख्वाजा अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहा है। ऐसे में एक बच्ची के तीमारदारों का आरोप है कि यहां एनआईसीयू में रात भर मरी बच्ची का इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने पैसों की चक्कर में जबरदस्ती रातभर आईसीयू में रखा। सुबह जब परिजनों से नोक-झोंक हुई तो डॉक्टरों ने मृत धोषित करके शरीर सौंप दिया।
भोजपुर थाना क्षेत्र के सिरसमा दोराहा गांव निवासी एक पीड़ित महिला ने अपनी बच्ची को बुखार और शरीर में थोड़ी खून की कमी होने के चलते ख्वाजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां बच्ची को सही उपचार न मिलने के चलते शाम में ही मृत्यु हो गई। लेकिन डॉक्टर मोटा पैसा कमाने के चक्कर में सुबह दस बजे तक बच्ची का इलाज करते रहे। सुबह दस बजे परिवार के शोर करने पर बच्ची की मृत्यु होने की पुष्टि की। जैसे ही यह बात मृतक मासूम बच्ची के परिजनों को पता चली तो सभी का रो-रो कर बुरा हाल हुआ।
परिजनों ने लापरवाही का लगाया आरोप
Also Read
मृतक मासूम बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों द्वारा समय अनुसार सही इलाज न देने के चलते बच्ची की मौत हो गई। लापरवाही बताते हुए अस्पताल में हंगामा किया और बच्ची की मौत होने का कारण डॉक्टरों की लापरवाही और उनको ही जिम्मेदार ठहराया। जैसे ही मासूम बच्ची की मृत्यु हो जाने की सूचना क्षेत्रीय पुलिस को लगी तो घटनास्थल पर पहुंची और मृतक परिजनों को समझा बुझाकर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही और मृतक परिजनों को शांत किया।
बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा अस्पताल
बड़ी बात तो यह है कि ख्वाजा हॉस्पिटल अभी फर्जी डॉक्टरों द्वारा बिना रजिस्ट्रेशन संचालित किया जा रहा है। उसमें स्वास्थ्य विभाग से चोरी-छिपे डॉक्टरों द्वारा उपचार दिया जा रहा है। इस वारदात के सामने आ जाने से स्वास्थ विभाग पर भी बड़े सवाल खड़े होते हैं। स्वास्थ्य विभाग की भी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे ख्वाजा हॉस्पिटल और बच्चे की मृत्यु हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग डॉक्टर और हॉस्पिटल पर क्या कार्यवाही करता है या फिर यह फर्जी डॉक्टर यूं ही स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंकते रहेंगे और ऐसे ही मासूम बच्चों की जान लेते रहेंगे।
इस मामले को लेकर सीएमओ मिलिंद गर्ग ने बताया की अगर हमें उक्त अस्पताल के विरुद्ध कोई शिकायत आती है तो हम जरूर कार्यवाही करेंगे। एक सवाल के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हम कार्यवाही करते हैं। सील लगाते हैं। पुलिस में रिपोर्ट भी करते हैं। परंतु ऐसे लोग नाम बदल कर पुलिस के साथ होकर नए नाम से नई जगह अस्पताल शुरू कर लेते हैं।