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Moradabad News: डेंगू का बढ़ रहा प्रकोप, अस्पतालों में लगी लाइनें, बनाया गया अतिरिक्त वार्ड

Moradabad News: महानगर के उच्च जोखिम क्षेत्र (हाई रिस्क एरिया) में न तो फॉगिंग हो रही है और न एंटी लार्वा का छिड़काव। हालांकि, सरकार ने समय रहते सतर्क किया था लेकिन मुरादाबाद में एहतियात नहीं बरता गया, जिसका खामियाजा आम लोग भुगत रहे हैं।

Sudhir Goyal
Published on: 5 Sep 2023 3:34 PM GMT
Moradabad News: डेंगू का बढ़ रहा प्रकोप, अस्पतालों में लगी लाइनें, बनाया गया अतिरिक्त वार्ड
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(Pic: Newstrack)

Moradabad News: मुरादाबाद के शहर और देहात में हर दिन बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों के आंकड़े इस बात के गवाह हैं। पैथोलाजी में जांच के लिए लंबी लाइन लग रही है। सच तो यह है कि महानगर के उच्च जोखिम क्षेत्र (हाई रिस्क एरिया) में न तो फॉगिंग हो रही है और न एंटी लार्वा का छिड़काव। हालांकि, सरकार ने समय रहते सतर्क किया था लेकिन मुरादाबाद में एहतियात नहीं बरता गया, जिसका खामियाजा आम लोग भुगत रहे हैं।

गंदगी से बढ़ रहे संक्रामक रोग

शुरू में ग्रामीण एरिया में बीजना में 25 डेंगू के मरीज सामने आए। अब महानगर और ग्रामीण क्षेत्रों में बुखार के मरीजों की संख्या से डॉक्टर और चिकित्साधिकारियों की चिंता बढ़ी हुई है। मंगलवार को दो नये मरीज जांच में चिह्नित हुए। जिसमें एक ढकिया जट और दूसरा गणेशपुर देवी मुस्तहम का है। महानगर के नवाबपुरा, बंगलागांव में काशीराम नगर ए-1 एरिया में गंदगी से संक्रामक रोगी बढ़ रहे हैं। संचारी रोग नियंत्रण अभियान जिले में 1-31 जुलाई तक चलाया गया था।

संचारी रोग नियंत्रण अभियान हुआ फेल!

संचारी रोग नियंत्रण अभियान में कागजी खानापूर्ति के चलते न तो बुखार के रोगी कम हुए और न ही डेंगू के मरीज। बुखार के 300 से अधिक मरीज हर दिन जिला अस्पताल की ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। वार्ड में भी 70 से अधिक मरीज भर्ती हैं। इनकी भी जांच कराई जा रही है कि इसमें डेंगू मलेरिया के मरीज तो नहीं हैं।

डेंगू के लिए बनाया गया स्पेशल वार्ड

मंगलवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबपुरा में ओपीडी में 40 मरीज आए। जिसमें बुखार के मरीजों में पांच का रक्त नमूना लेकर विडाल टेस्ट किया गया, रिपोर्ट निगेटिव आई। रैपिड किट से तीन मरीजों की डेंगू की जांच हुई। उनकी रिपोर्ट निगेटिव रही। अस्पताल की प्रमुख अधीक्षिका डॉ. संगीता गुप्ता का कहना है कि मरीजों की अधिक संख्या को देखते हुए 32 बेड का एक वार्ड और बना दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन दिनों 2000 से अधिक मरीज हर दिन ओपीडी में आ रहे हैं। फिजिशियन और एवं बालरोग विशेषज्ञ के कक्ष में बुखार पीड़ितों की संख्या अधिक है। महानगर में कल आए सर्वे के परिणाम के आधार पर संवेदनशील क्षेत्र चिह्नित किए गए हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी ने नगर आयुक्त को भेजकर महानगर के इन क्षेत्रों में फागिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव कराने व जलभराव से निजात दिलाने के उपाय करने के लिए कहा गया है।

ये हैं महानगर मुरादाबाद के अति संवेदनशील क्षेत्र

जनपद में जिन क्षेत्रों में डेंगू के प्रकोप का ज्यादा खतरा है, उनमें करूला, 23-पीएसी, कटघर, असालतपुरा, आशियाना फेज-1, किसरौल, लाल मस्जिद, लालबाग, लाइनपार, मकबरा, बंगलागांव, मुगलपुरा, बारादरी, बरबलान, नागफनी, नवीननगर, नवाबपुरा, बुद्धिविहार, पुलिस लाइंस, चक्कर की मिलक, चंद्रनगर, पंडित नगला, पीरजादा, सिविल लाइंस, पीटीसी, रामगंगा विहार, टीडीआई सिटी, सूरजनगर, दौलतबाग, तहसील स्कूल, दीवान का बाजार, गंगा मंदिर, डबल फाटक, गोविंदनगर, गलशहीद, हरथला, जामा मस्जिद, जयंतीपुर, कच्चाबाग, कचहरी, आजाद नगर, बैंक कालोनी, बुध बाजार, दिनदारपुरा, दीनदयाल नगर, डिप्टीगंज, एकता विहार, गुलाबबाड़ी, गुरहट्टी, हिमगिरि कॉलोनी, जामा मस्जिद, जिगर कॉलोनी, कांशीराम नगर, खुशहालपुर, कोतवाली, लाकड़ी, गागन तिराहा, मझोला, मालवीय नगर, मंडी चौक, मान सरोवर कॉलोनी, मिलन विहार, नया गांव, नया मुरादाबाद शामिल हैं।

Sudhir Goyal

Sudhir Goyal

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