×

मां दुर्गा का अनोखा मंदिर: अंदर जाना अभिशाप, दर्शन से डरते हैं लोग, जानें वजह...

दुर्गा माता का एक ऐसा मंदिर  है जहां  कोरोना के पहले से ही जाना मना है । इसे शापित मंदिर कहते हैं। और भक्त यहां दर्शन करने से भी कतराते हैं।

Suman  Mishra
Published on: 21 Oct 2020 8:10 AM IST
मां दुर्गा का अनोखा मंदिर: अंदर जाना अभिशाप, दर्शन से डरते हैं लोग, जानें वजह...
X
मध्यप्रदेश के देवास जिले में स्थित देवी मां का एक ऐसा मंदिर जो शापित है। ऐसे में लोग वहां जाने से डरते या कतराते हैं।

देवास मंदिर मस्जिद हो या गिरिजाघर सब में लोग धार्मिक आस्था और मानसिक शांति के लिए जाते हैं।लेकिन कहीं कहीं सुनते होंगे कि धर्म स्थानों पर भी लोग जाने से कतराते है इसके पीछे वजह होती है। कुछ ऐसा ही मध्य प्रदेश के इस मंदिर से जुड़ा रहस्य है।

नवरात्रि पर सभी भक्त मातारानी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनके मंदिर को जाते हैं। भले इस बार कोरोना के चलते कई जगहों पर मंदिर खुले ही नहीं हैं और जहां खुले हैं वहां भी नियमानुसार दर्शन कराए जा रहे हैं। लेकिन दुर्गा माता का एक ऐसा मंदिर है जहां कोरोना के पहले से ही जाना मना है । इसे शापित मंदिर कहते हैं। और भक्त यहां दर्शन करने से भी कतराते हैं। हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं वो मंदिर मध्यप्रदेश के देवास जिले में स्थित है।

यह पढ़ें...आज करें मां स्कंदमाता की पूजा, करें इस मंत्र का जाप, भरेगा ज्ञान का भंडार

इस मंदिर में लोग दर्शन के लिए नहीं जाते हैं। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि मां दुर्गा के इस मंदिर में बलि चढ़ाना जरूरी है। कुछ लोगों का ये भी मानना है कि मां के इस मंदिर में किसी औरत की आत्मा भटकती है।

temple फोटो(सोशल मीडिया)

मंदिर का निर्माण और मान्यताएं

मान्यता है कि मां के इस मंदिर का निर्माण देवास के महाराज ने करवाया था। मंदिर के निर्माण के बाद राजघराने में कोई न कोई अशुभ घटना होने लगी थी। इसी दौरान सेनापती और राजकुमारी के बीच प्रेम प्रसंग हो गया। वो राजा नहीं चाहते था कि उनकी बेटी की शादी किसी सेनापति से हो। राजा ने अपनी बेटी को बंधक बना लिया और इसी दौरान राजकुमारी की मौत हो गई।

राजकुमारी की मौत की खबर सुनकर सेनापति ने मंदिर में आत्महत्या कर ली। सेनापति की आत्महत्या के बाद राजपुरोहित ने राजा को बताया कि यह मंदिर अब अपिवत्र हो गया है और यहां पूजा करने का कोई लाभ नहीं होगा।

यह पढ़ें...आज का राशिफल: मां स्कंदमाता के आशीर्वाद से ये 7 राशियां होंगी मालामाल, जानें…

templea फोटो(सोशल मीडिया)

मां दुर्गा प्रतिमा स्थाानांतरित

पुरोहित ने राजा से ये भी कहा कि मंदिर में स्थापित मां दुर्गा प्रतिमा को इस मंदिर से हटाकर कहीं और प्रतिष्ठित करना होगा। तब राजा ने तुरंत मां दुर्गा की प्रतिमा को उज्जैन के गणेश मंदिर में स्थापित करा दिया। इसके बाद भी मंदिर में अजीबोगरीब घटनाएं घटित होती रहती थी। मंदिर को तब से लेकर आज तक शापित माना जाता है।मंदिर के वास्तु को देखकर लगता है कि यह मंदिर कभी काफी खूबसूरत रहा होगा लेकिन अब यह खण्डहर में तब्दील होता जा रहा है।

Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story