सीतापुर: किसान कल्याण कार्यक्रम से MP-MLA नदारद, DM ने किसानों को समझाया

किसान कल्याण मिशन के अन्तर्गत कृषि एवं कृषि आधारित गतिविधियों के माध्यम से किसान कल्याण तथा किसानों की आमदनी को दोगुना करने के अभियान के तहत बुधवार को जिले के सिधौली, पहला, मिश्रिख, सकरन, परसेण्डी, ऐलिया एवं पिसावां विकास खण्डों में मेला एवं गोष्ठी आयोजित किये गए।

Ashiki
Published on: 13 Jan 2021 2:36 PM GMT
सीतापुर: किसान कल्याण कार्यक्रम से MP-MLA नदारद, DM ने किसानों को समझाया
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सीतापुर: किसान कल्याण कार्यक्रम से MP-MLA नदारद, DM ने किसानों को समझाया

सीतापुर: किसान कल्याण मिशन के अन्तर्गत कृषि एवं कृषि आधारित गतिविधियों के माध्यम से किसान कल्याण तथा किसानों की आमदनी को दोगुना करने के अभियान के तहत बुधवार को जिले के सिधौली, पहला, मिश्रिख, सकरन, परसेण्डी, ऐलिया एवं पिसावां विकास खण्डों में मेला एवं गोष्ठी आयोजित किये गए। इसमें एलिया में आयोजित कार्यक्रम प्रमुख था।

जिसमें डीएम विशाल भारद्वाज मौजूद रहे। यहां मुख्य अतिथि के रूप में इलाके की भाजपा सांसद रेखा वर्मा को आंमत्रित किया गया था लेकिन न सांसद पहुंची और न इलाके के भाजपा विधायक शशांक त्रिवेदी। इस कार्यक्रम में सिर्फ डीएम की आवभगत और उनका संबोधन ही खास था, बाकी सब रस्म निभाने जैसी नौबत रही। यहां आयोजित मेला एवं गोष्ठी का उद्घाटन जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने फीता काटकर किया। उन्होंने यहां लगाये गये स्टालों को भी देखा।

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कार्यक्रम में दौरान कृषि विभाग, गन्ना विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, सिंचाई विभाग, पंचायती राज विभाग, बाल विकास पुष्टाहार विभाग, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग आदि विभागों द्वारा स्टाल लगाकर किसानों को आवश्यक जानकारियां दी गयीं तथा उनकी समस्याओं का भी निराकरण किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा0 शैलेन्द्र सिंह ने कृषि विविधीकरण पर किसानों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी। जिलाधिकारी ने प्रगतिशील किसानों एवं अन्य योजनाओं के अन्तर्गत प्रस्तावित लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये।

डीएम ने कहा- किसान कृषि विविधिकरण अपनाएं

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने सभी को कृषि विविधीकरण अपनाकर उन्नत खेती करने के लिये प्रेरित किया। जैविक कृषि के लिये प्रेरित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि जैविक खेती के माध्यम से उत्पादित उत्पादों की मांग शहरों में अधिक रहती है तथा किसान बेहतर प्रबन्धन से अधिक लाभ भी कमा सकते हैं। उन्होंने खेती के अतिरिक्त मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, शहद उद्योग आदि के द्वारा भी आमदनी बढ़ाये जाने के लिये किसान भाइयों को प्रेरित किया।

जिलाधिकारी ने किसान कल्याण मिशन के अन्तर्गत आयोजित इस कार्यक्रम की उपयोगिता के विषय में बताते हुये सभी को प्रेरित किया कि यहां पर लगाये गये स्टालों से लाभान्वित हों एवं अपनी समस्याओं का निराकरण करायें। साथ ही कृषि वैज्ञानिकों द्वारा बताये गये उपायों को करके कम लागत में अधिक उत्पादन करके लाभान्वित हों।

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जिलाधिकारी ने कहा कि जैसा कि हम सभी अवगत हैं भारत कृषि प्रधान देश है। जनपद सीतापुर की अधिकांश जनसंख्या भी कृषि एवं कृषि आधारित उद्योगों पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि जैसा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में पहले मूंगफली का उत्पादन अधिक था तथा बाद में लोग अधिकांशतः गन्ने की कृषि करने लगे। यद्यपि जनपद सीतापुर में गन्ने का उत्पादन अधिक होने के साथ-साथ मिलों के माध्यम से उनकी अच्छी खरीद है तथा अन्य जनपदों से भुगतान की स्थिति भी बेहतर है।

फिर भी हमें कृषि में विविधीकरण को अपनाना चाहिये। सरकार का यह प्रयास भी है कि उन फसलों का उत्पादन अधिक किया जाये, जिनकी मांग अधिक है तथा किसान अधिक से अधिक लाभान्वित हों। कार्यक्रम में खण्ड विकास अधिकारी एलिया, ब्लाॅक प्रमुख सहित संबंधित अधिकारी व बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषक उपस्थित रहे।

रिपोर्ट.पुतान सिंह

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