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Mukhtar Ansari: एक और मामले में मुख्तार पर शिकंजा कसने की तैयारी, अवैध शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में STF आज करेगी पूछताछ

Mukhtar Ansari Case: माफिया डॉन पर एक और मामले में शिकंजा कसने की तैयारी है। ये मामला अवैध शस्त्र लाइसेंस से जुड़ा है।

Krishna Chaudhary
Published on: 30 May 2023 2:06 PM IST
Mukhtar Ansari: एक और मामले में मुख्तार पर शिकंजा कसने की तैयारी, अवैध शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में STF आज करेगी पूछताछ
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Mukhtar Ansari (photo: social media )

Mukhtar Ansari: पूर्वांचल के माफिया डॉन और बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक-एक कर उसके पुराने गुनाहों की हिसाब हो रहा है। गैंगस्टर के कई मामलों में उसे अब तक अदालत सजा सुना चुकी है और कईयों में फैसला आना बाकी है। इस माफिया डॉन पर एक और मामले में शिकंजा कसने की तैयारी है। ये मामला अवैध शस्त्र लाइसेंस से जुड़ा है। यूपी एसटीएफ इस प्रकरण को लेकर मुख्तार अंसारी से आज पूछताछ करने वाली है।

यूपी एसटीएफ की एक टीम अदालत से परमिशन लेकर बांदा जेल जाएगी, जहां फिलहाल कुख्यात बाहुबली मुख्तार अंसारी बंद है। जेल में ही माफिया से पूछताछ होगी। दरअसल, ये पूरा मामला संदीप सिंह के फर्जी शस्त्र लाइसेंस से जुड़ा हुआ है। ज्ञात हो कि संदीप प्रदेश के एक अन्य बाहुबली नेता और सपा विधायक अभय सिंह का साला है। उसे यूपी एसटीएफ इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

अवैध शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में मुख्तार की भूमिका

स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अपनी तहकीकात में पाया था कि संदीप सिंह ने जो फेक शस्त्र लाइसेंस नागालैंड से बनवाया था, वह राजधानी लखनऊ के हजरतगंज के दारूलशफा 107बी के पते पर ट्रांसफर कराया गया था। चौंकाने वाली बात ये थी कि यह पता माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का था। इस केस के तार मुख्तार से जुड़ने के बाद एसटीएफ के कान खड़े हो गए।

जांच एजेंसी को शक है इस गोरखधंधे के पीछे एक पूरा नेटवर्क काम कर रहा है। इसलिए एसटीएफ मुख्तार से पूछताछ करना चाहती है। जिससे पता चल सकेगा कि उसके पते पर क्यों और कैसे लाइसेंस ट्रांसफर कराया गया। एसटीएफ के मुताबिक, सपा विधायक अभय सिंह का साला संदीप सिंह एक पिस्टल और एक रायफल रखता था। पिस्टल का लाइसेंस अयोध्या से बनाया गया था।

बताया जाता है कि संदीप सिंह ने पहली रायफल बेचकर दूसरी रायफल खरीदी थी। ऐसे में एसटीएफ यह भी पता लगाना चाहती है कि उसने पहली रायफल किसे बेची थी। जांच एजेंसी को इसमें भी मुख्तार की भूमिका लगती है। लिहाजा उससे इस मामले में भी पूछताछ की जा सकती है।



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