TRENDING TAGS :
मुलायम सिंह को लगा बड़ा झटका, योगी सरकार ने खाली कराया लोहिया ट्रस्ट
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी के लोहिया ट्रस्ट को खाली करा लिया। राज्य संपत्ति विभाग ने कार्रवाई करते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को लोहिया ट्रस्ट को अपने कब्जे में ले लिया।
लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी के लोहिया ट्रस्ट को खाली करा लिया। राज्य संपत्ति विभाग ने कार्रवाई करते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को लोहिया ट्रस्ट को अपने कब्जे में ले लिया।
इसे सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने बनाया था। लोहिया ट्रस्ट में डॉ. राममनोहर लोहिया की आदमकद मूर्ति स्थापित है। उसे बचाने के लिए समाजवादी पार्टी का कोई नेता सामने नहीं आया। राज संपत्ति विभाग ने विक्रमादित्य मार्ग पर आवंटित लोहिया ट्रस्ट को खाली करा लिया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राज संपत्ति विभाग पहले ही पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगले खाली करा चुका है। ट्रस्ट को दिए गए बंगले को भी खाली करने का आदेश था। इसी कड़ी में कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए आज लोहिया ट्रस्ट को खाली कराया गया है।
ये भी पढ़ें...शिवपाल यादव ने ‘प्रसपा’ के समाजवादी पार्टी में विलय की खबरों पर दिया ये बड़ा बयान
सेवानिवृत आईएएस ने कोर्ट में दायर की थी याचिका
बताते चले कि सेवानिवृत आईएएस एसएन शुक्ला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि लोहिया ट्रस्ट बंगला नियम विरूद्ध आवंटित किया गया है।
इसी के साथ कई अन्य बंगले भी नियम विरूद्ध आवंटित किए गए हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट और सोसाइटी के अनधिकृत बंगलों को चार महीने में खाली करने का आदेश दिया था।
ये भी पढ़ें...अखिलेश यादव ने पीएम मोदी को पहली बार कह दी ऐसी बात
लोहिया ट्रस्ट ने मांगी थी मोहलत
बंगला खाली करने के लिए लोहिया ट्रस्ट ने राज्य संपत्ति विभाग से वक्त मांगा था। आवंटन रद्द होने के बाद ट्रस्ट 70 हजार रुपये प्रतिमाह बंगले का किराया दे रहा था। यह किराया बाजार दर से वसूला जा रहा था।
लोहिया ट्रस्ट के लिए बंगले का आवंटन एक जनवरी, 2017 को नए एक्ट से किया गया था। आवंटन 10 साल के लिए किया गया था जबकि संशोधित एक्ट के मुताबिक बंगला पांच साल के लिए आवंटित किया जा सकता है।
बनने के बाद से ही विवाद में रहा है लोहिया ट्रस्ट
लोहिया ट्रस्ट बनने के बाद से ही विवाद में रहा। लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से सबसे पहले रामगोपाल यादव को हटाया गया। मुलायम के करीबी शिवपाल सिंह यादव को ट्रस्ट का सचिव बनाया गया है।
मुलायम लोहिया ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी हैं। इस प्रबंध कार्यसमिति की पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि, आय-व्यय पर विचार, ट्रस्ट की सामाजिक गतिविधियों पर चर्चा, सदस्यता पर विचार तथा प्रधान ट्रस्टी की अनुमति पर अन्य विषयों पर चर्चा होती है।
ट्रस्ट में मुलायम के अलावा 12 सदस्य हैं। इसमें अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव, प्रो. रामगोपाल, धर्मेंद्र यादव, बलराम यादव, आजम खां, जगपाल सिंह और भगवती सिंह शामिल हैं।
ये भी पढ़ें...बिजली के बढ़े हुए दामों के विरोध में समाजवादी पार्टी का लालटेन जुलूस