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चीनी सेना से टकराने को तैयार नागा साधु, किया ये बड़ा एलान...

महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि नागा साधुओं को सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए शास्त्र के साथ शस्त्र की भी शिक्षा दी जाती है। अगर जरुरत पड़ी तो नागा साधु भी सीमाओं की हिफाजत के लिए कूच करेंगे।

Shivani Awasthi
Published on: 18 Jun 2020 6:35 PM GMT
चीनी सेना से टकराने को तैयार नागा साधु, किया ये बड़ा एलान...
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प्रयागराज : भारत और चीन सीमा पर चीनी सैनिकों के कायराना हरकत के चलते हमारे देश के 20 जवानों के शहीद हो जाने के बाद पूरे देश के लोगों में गुस्सा है। तो वही साधु संतों ने भी चीनी सैनिकों की इस हरकत पर कड़े शब्दों में निंदा की है।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी शहीद सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद हुए भारतीय सैनिकों को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने श्रद्धांजलि देते हुए केन्द्र सरकार से चीन को उसकी ही भाषा में जवाब देने की मांग की है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि हमारे देश की सेनायें अपने देश की सीमा की रक्षा और चीन को उसकी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम हैं। लेकिन फिर भी अगर जरुरत पड़ी तो धर्म की रक्षा करने वाले नागा साधु भी देश की सीमाओं की रक्षा के लिए सीमा पर कूच करेंगे।

जरुरत पड़ी तो नागा साधु भी करेंगे देश की सीमाओं पर कूच

महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि नागा साधुओं को सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए शास्त्र की शिक्षा के साथ-साथ शस्त्र की भी शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा है कि नागा साधुओं के लिए भी देश सर्वोपरि है और धर्म उसके बाद में है। ऐसे में अगर देश को जरुरत पड़ी तो नागा साधु भी देश की सीमाओं की हिफाजत के लिए कूच करेंगे।

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शहीद सैनिकों की आत्मा की शान्ति और परिजनों के लिए हनुमान चालीसा का पाठ

महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि साधु संत शहीद सैनिकों की मृत आत्मा की शान्ति और उनके परिजनों को बल मिले इसके लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। इसके साथ ही साथ हनुमान चालीसा का भी पाठ कर रहे हैं ताकि देश की सेनाओं को हनुमान जी की तरह देश के दुश्मनों से मुकाबले के लिए शक्ति मिल सके।

1962 जैसी स्थिति में नहीं है अब भारत

महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि 1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ था। जिसमें सफल कूटनीति न होने के चलते और सेना की कमी के कारण भारत को पराजय का मुंह देखना पड़ा था। लेकिन आज स्थितियां पूरी तरह से बदल चुकी हैं। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि देश की सेनाओं के हौसले बुलंद है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री मोदी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि देश की बागडोर कुशल लोगो के हांथो में है।

रिपोर्टर- मनीष वर्मा

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