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दिल्ली नोएडा गाजियाबाद इंवेस्टमेंट रीजन के नाम से बसेगा नया नोएडा
हाल ही में शासन स्तर पर हुई एक बैठक में निर्णय लिया गया कि मास्टर प्लान 2031 के तहत नोएडा शहर का विकास लगभग पूरा हो चुका है।
नोएडा: 20 हजार हेक्टेयर भूमि पर नया नोएडा बसाने की योजना है। इसे दिल्ली नोएडा गाजियाबाद इंवेस्टमेंट रीजन नाम दिया गया है। इसे इंटीग्रेटड सिटी के तौर पर बसाया जाएगा। जहा निवेश के लिए औद्योगिक इकाईयां, कर्मचारियों के लिए आवास, पार्क, मार्केट व वाणिज्यिक गतिविधियों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। राज्य सरकार ने इसकी जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण को दी है। इससे शहर का आकार दो गुना हो जाएगा इसकी सीमा बुलंदशहर तक हो जाएगी।
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शासन स्तर पर हुई एक बैठक में निर्णय लिया गया
हाल ही में शासन स्तर पर हुई एक बैठक में निर्णय लिया गया कि मास्टर प्लान 2031 के तहत नोएडा शहर का विकास लगभग पूरा हो चुका है। निवेश के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां यहा प्लांट लगाने को आतुर है। उनको देने के लिए प्राधिकरण के पास जमीन नहीं है। प्राधिकरण का उदेश्य भी उद्योगों के लिए अधिक अवसर पैदा करना है। बैठक में विचार किया गया कि बुलंदशहर ग्रेटरनोएडा के बीच करीब 20 हजार हेक्टेयर जमीन है इसे विकसित किया जाए। जिसे 10 साल पहले यूपीसीडा ने अधिसूचित किया था।
उत्तर प्रदेश सरकार के एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है
यूपीएसआईडीए, उत्तर प्रदेश सरकार के एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जो राज्य में औद्योगिक बुनियादी ढांचे के विकास को गति दे सकता है लेकिन अधिसूचित क्षेत्र का विकास नहीं कर सकता है। ऐसे में इस क्षेत्र के विकसित करने के लिए ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण से पूछा गया। उसने अपने यहा मैनपावर व आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए विकास करने की मंशा से हाथ पीछे कर लिए। ऐसे में नोएडा को इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए कहा गया। मत दिया गया कि नोएडा का विकास लगभग पूरा हो चुका है। यहा जमीन और राजस्व के साधन भी सीमित बचे है।
noida (PC: social media)
विकास मॉडल तैयार होते ही सौंप दी जाएगी जमीन
प्राधिकरण सूत्रों ने बताया कि नया नोएडा बसाने के लिए शासन ने दो महीने पहले ही प्लानिंग शुरू कर दी थी। शासन की ओर से आगामी कुछ महीनों में विकास का नया मॉडल बनाकर इसे अंतिम रूप देकर नोएडा प्राधिकरण को जमीन सौंप सकता है। इसके बाद यहा इंटीग्रेटड टाउनशिप के आधार पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
जमीन अधिग्रहण करने के लिए होगी प्लानिंग
ग्रेटरनोएडा से बुलंदशहर के बीच 20 हजार हेक्टयेर की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए आपसी समझौते के आधार जमीन अधिग्रहण की जाएगी। हालांकि विगत वर्षो की तुलना में यह कार्य आसान नहीं है। लेकिन इंटीग्रेटड सिटी बसने के बाद यहा निवेश, रोजगार के नए मार्ग प्रशस्त होंगे।
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क्या है नोएडा की वर्तमान स्थिति
वर्तमान नोएडा करीब 20 हजार हेक्टेयर पर बसा है। इसका अधिकांश भाग विकसित किया जा चुका है। मास्टर प्लान प्लान 2021 व 2031 की बात करे तो 20 हजार हेक्टयेर जमीन को अलग-अलग श्रेणी में समायोजित किया गया। इसमें लगभग 16,000 हेक्टेयर शहरीकरण क्षेत्र है, जिनमें से 37 प्रतिशत आवासीय विकास के लिए है, 18 प्रतिशत औद्योगिक उपयोग और बाकी क्षेत्र अन्य उपयोगों के लिए विकसित किए गए हैं जिनमें वाणिज्यिक, संस्थागत, और हरित उद्देश्य शामिल हैं। करीब 250 हेक्टेयर जमीन को छोड़ा गया है जिसे अधिग्रहण किया जा रहा है।
श्रेणी मास्टर प्लान 2०31 (प्रतिशत) मास्टर प्लान 2०21
आवासीय 37.45 35.65
वाणिज्यिक 3.80 3.77
इंडस्ट्रियल 18.37 20.05
पब्लिक एंड सेमिपब्लिक 8.89 8.15
ट्रांसपोटेशन 12.71 14.78
रिकेशनल 15.92 10.12
एग्रीकल्चर 2.18 6.80
वाटर बॉडी 0.68 0.69
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