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Nikay Chunav 2023: अपनी सरकार में भी मेयर चुनाव नहीं जीत पाई सपा, नगर पालिका और गांवों में बढ़ा SP-BSP कद
Nikay Chunav 2023: मेयर चुनाव में सपा और बसपा भले ही न जीत पाई हो लेकिन पंचायत चुनाव में बढ़ता हांसिल की है।
Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में भले की विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अपना साम्राज्य नहीं बचा पाई लेकिन निकाय चुनाव में स्थिति बदल गई। हालांकि निकाय चुनाव और विधानसभा चुनाव में जन प्रतिनिधि और पार्टी दोनों का ही अलग असर होता है। लेकिन चुनाव आयोग की आंकड़े को मानें तो निकाय चुनाव में सपा और बसपा का कद बढ़ गया है। इस बार मेयर चुनाव में 17 सीटों पर भाजपा ने ही जीत दर्ज की। लेकिन नगर पंचायत में सपा और बसपा को बड़ा समर्थन मिला। चुनाव में आइए हम आपको समझाते हैं कैसे...?
अपनी सरकार रहते ढेर हो गई थी सपा
समाजवादी पार्टी मेयर चुनाव में कभी उभर ही नहीं पाई। चुनाव आयोग की मानें तो समाजवादी पार्टी अपनी सरकार रहते हुए भी मेयर का चुनाव जीत नहीं पाई। दरअसल, वर्ष 2017 की बात करें तो सपा का एक भी प्रत्याशी कहीं से भी जीत हांसिल नहीं कर सका। लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में इस बार का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। वर्ष 2017 में नगर पंचायत की 554 सीटों पर 83 प्रत्याशी जीते थे जबकि इस बार 181 विजेता हुए। वहीं भाजपा की बात करें तो 98 सीटें और बढ़ी हैं।
बहुजन समाज पार्टी की गांवों धमक
बहुजन समाजवादी पार्टी की बात करें तो मेयर चुनाव में वर्ष 2017 में दो सीटों पर जीत दाखिल थी लेकिन इस बार शून्य में ही अटक गई। हालांकि शुरुआती रुझानों में आगरा और सहारनपुर में आगे रही लेकिन बढ़त बरकार नहीं रख सकी। लेकिन बहुजन समाज यानि मायावती को गांवों में अभी भी समर्थन खूब मिल रहा है। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार छह सीटों पर अधिक जीत दर्ज हुई।
विधानसभा चुनाव 2022 की स्थिति
चुनाव आयोग के मुताबिक, अब तक हुई मतगणना में बीजेपी को 41.29 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं, जबकि समाजवादी पार्टी को 32.03 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी को 12.88 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं. राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने 111 सीटों पर जीत दर्ज की है. भारतीय जनता पार्टी ने अपने सहयोगियों के साथ 273 सीटों पर जीत दर्ज कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है.
विधानसभा चुनाव 2017 में ये थी स्थिति
उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर 7 चरणों में चुनाव हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया। वहीं अखिलेश यादव की अगुवाई में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन 54 सीटें ही जीत सका था। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती की बीएसपी 19 सीटों पर ढेर हो गई थी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कद घटता जा रहा है।