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नोएडा: लैंड बैंक के लिए जमीन हासिल करना प्राधिकरण के लिए बनी चुनौती

लैंड बैंक के लिए जमीन हासिल करना प्राधिकरण के लिए चुनौती बन गया है। 218.1238 हेक्टर में लगभग 154.4० हेक्टेयर भूमि पर आबादी व कोर्ट केस है। आपसी समझौते के आधार पर भूमि को खरीदना भी संभव नहीं हो पा रहा हैं।

Monika
Published on: 15 Feb 2021 2:34 PM GMT
नोएडा: लैंड बैंक के लिए जमीन हासिल करना प्राधिकरण के लिए बनी चुनौती
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नोएडा: लैंड बैंक के लिए जमीन हासिल करना प्राधिकरण के लिए बनी चुनौती

नोएडा: लैंड बैंक के लिए जमीन हासिल करना प्राधिकरण के लिए चुनौती बन गया है। 218.1238 हेक्टर में लगभग 154.4० हेक्टेयर भूमि पर आबादी व कोर्ट केस है। आपसी समझौते के आधार पर भूमि को खरीदना भी संभव नहीं हो पा रहा हैं। यह प्रक्रिया सेक्टर-161, 162, 163, 164, 165 व 166 सेक्टर में संस्थागत व औद्योगिक गतिविधियों के लिए की जा रही है।

लैंड बैंक बनाने का प्रस्ताव

दरअसल, प्राधिकरण की 198वीं बोर्ड बैठक में संस्थागत व औद्योगिक के लिए नए सेक्टरों को विकसित करने के लिए लैंड बैंक बनाने का प्रस्ताव पास किया गया। कृषकों से सीधे आपसी समझौते के आधार पर जमीन लेने के लिए टास्क फोर्स भी गठन किया गया। उक्त सेक्टरों को विकसित करने के लिए छह गांव मोहियापुर , झट्टा, दोस्तपुर मंगरौली, गुलावली , नलगढ़ा व शहदरा की करीब 218.12 हेक्टेयर जमीन का लैंड बैंक तैयार करना सुनिश्चित किया गया। इसमे 1०6.72 हे. पर आबादी निर्मित है। करीब 47.68 हे. जमीन पर कोर्ट केस चल रहे हैं। वहीं 29.39 हे. जमीन पर आपसी समझौते के आधार पर काश्तकारों ने प्रार्थना पत्र नहीं दिए। इस स्थिति में नए सेक्टरों का विकास लंबित होता दिख रहा है।

प्राधिकरण ने बताया कि 218.12 हेक्टर या 538.99 एकड़ में से 177 एकड़ क्रय की जा चुकी है। जिसमे 4०.95 एकड़ ऐसी जमीन है जिसका पुर्नग्रहण किया गया। यानी इस जमीन पर अतिक्रमण था जिसे हटाकर कब्जे में लिया गया। वहीं, उक्त लैंड बैंक में समाहित ग्राम सभा की 4०.31 हे. भूमि में से 16.57 हे. का पुर्नग्रहण की तैयारी तेज कर दी गई है। साथ ही सेक्टर-161 व 166 के अंर्तगत आने वाले खसरा नंबर की भूमि से संबंधित कृषकों को आपसी समझौते के आधार पर प्राधिकरण के पक्ष में जमीन बेचने के लिए पत्र प्रेषित किए गए।

जहा समझौता नहीं वहां होगा अधिग्रहण

अभी तक प्राधिकरण आपसी समझौते के आधार पर किसानों से जमीन ले रहा था। लेकिन किसान प्राधिकरण के पक्ष में जमीन बेचने के पक्ष में नहीं है। उक्त भूमि को चिन्हित कर अर्जन प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। जिसे अपर जिलाधिकारी (भूअ) को भेजा जाएगा।

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एक नजर में लैंड बैंक कर स्थिति

ग्राम सेक्टर-161 से क्षेत्रफल जिस पर आबादी न्यायालयों में कुल क्रय/कब्जा किसानों ने प्रार्थना

166 के अंतर्गत भूमि निर्मित विवादित क्षेत्र प्राप्त भूमि पत्र नहीं दिए

मोहियापुर 71.4581 39.०88 3.611० 2०.7० 8.०52

झट्टा ०.2474 ० ० ० ०.2474

दोस्तपुर 6.652० ० 6.652० ० ०

मंगरौली

गुलावली 94.94 61.93 ० 12.58 2०.42

नलगढ़ा 44.14 5.69 37.42 ०.263० ०

शहदरा ०.6773 ० ० ० ०.6773

कुल योग 218.1238 1०6.7218 47.684 33.5554 29.3988

नोट(यह आकड़े हेक्टेयर में है)

सीएम के निर्देश पर प्राधिकरण ने की कार्यवाही

मार्च 2०2० में मुख्यमंत्री ने प्राधिकरण अधिकारियां के साथ बैठक कर भू-लेख विभाग की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि किसानों संबंधित समस्याओं का निस्तारण जल्द किया जाए। इसके बाद प्राधिकरण ने युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए किसानों की समस्याओं का निस्तारण किया। साथ ही 64.7० प्रतिशत की दर से 35 गांवों के किसानों के 18०० करोड़ रुपए की धनराशि वितरित की गई। इसी तरह मार्च 2०2० के बाद 5/1० प्रतिशत आबादी भूखंडों के समतुल्य 24 काश्तकारों को 8,34,55,54० करोड़ रुपए दिए गए। अब तक 944 काश्तकारों को 527 करोड़ रुपए दिए गए। इसके साथ ही 235 करोड़ रुपए की 52,4०० वर्गमीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।

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पांच प्रतिशत भूखंड दिए गए

किसानों की संख्या-261

भूुखंडों की संख्या-283

आवंटित क्षेत्रफल-4०786.52

पांच प्रतिशत आबादी भूखंड के समतुल्य धनराशि

किसानों की संख्या-163

कुल वितरित धनराशि-39,32,9०,473

रिपोर्ट- दीपांकर जैन

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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