×

नोएडा का सिग्नेचर ब्रिजः होगी ये खासियत, दिल्ली-मुंबई को देगा टक्कर

नोएडा प्राधिकरण शहर में केबल सस्पेंशन के जरिए सिग्नेचर ब्रिज बनाने जा रहा है। 600 मीटर लंबे ब्रिज को परथला गोल चक्कर के ऊपर से बनाने की योजना है। ब्रिज निर्माण पर 85 करोड़ की लागत खर्च कर 18 माह में तैयार होगा।

Shivani Awasthi
Published on: 11 Jun 2020 5:09 PM GMT
नोएडा का सिग्नेचर ब्रिजः होगी ये खासियत, दिल्ली-मुंबई को देगा टक्कर
X

नोएडा : दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर नोएडा प्राधिकरण शहर में केबल सस्पेंशन के जरिए सिग्नेचर ब्रिज बनाने जा रहा है। 600 मीटर लंबे ब्रिज को परथला गोल चक्कर के ऊपर से बनाने की योजना है। ब्रिज निर्माण पर 85 करोड़ की लागत खर्च कर 18 माह में तैयार होगा। इसका मकसद नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन के बीच यातायात व्यवस्था को सुगम किया जाना है। मौजूदा समय में रास्ते पर 1.25 वाहनों का दबाव है। इस कारण प्रतिदिन परथला गोल चक्कर से लेकर किसान चौक (गौर सिटी) तक जाम लगता है, लोगों परेशान होकर जूझना पड़ता है।

ब्रिज की खासियत :

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन आना जाना होगा आसान

-पहला 600 मीटर लंबे ब्रिज की सबसे बड़ी खासियत यह है कि महज तीन पिलर पर ही यह तैयार होगा। तीनों पिलर का निर्माण 150 मीटर के अंदर होगा। दो पिलर के बीच की दूरी 75 मीटर होगी। तीसरा पिलर 22 मीटर ऊंचा होगा, जिससे दोनो तरफ सस्पेंशन केवल को जोड़ा जाएगा। इसी पर पूरे ब्रिज का भार होगा।

1.25 वाहनाें को जाम की समस्या से मिलेगी निजात

-दूसरी सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि ब्रिज को एफएनजी के ऊपर गुजारा जा रहा है। इसके निर्माण से न तो परथला गोल चक्कर तोड़ना पड़ेगा, न ही फरीदाबाद नोएडा गाजियाबाद (एफएनजी) की चौड़ाई को कम करना पड़ेगा। भविष्य में यदि एफएनजी पर वाहनों का दवाब बढ़ता है तो परथला गोल चक्कर की चौड़ाई को कम करने में आसानी होगी।

ये भी पढ़ें- लखनऊ की सूरत चमकाने में जुटे सीएम योगी के ये बड़े मंत्री…

होम्स 121 के पास से ब्रिज ऊपर उठेगा

सिग्नेचर ब्रिज को बाबा बालक नाथ मंदिर के आगे होम्स 121 के गेट से चढ़ाया जाएगा। परथला गोल चक्कर ऊपर से किसान चौक की ओर जाने पर आने वाले यूटर्न से पहले उतार दिया जाएगा।

ब्रेक लेस जर्नी में फर्राटा भरेंगे वाहन

ब्रिज बनने के बाद ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन से कांलिंदी कुंज, डीएनडी, चिल्ला रेग्यूलेटर की तरफ आना जाना बहुत आसान हो जाएगा, क्योंकि बिना ब्रेक लगाए ही वाहन फर्राटा भरेंगे। हालांकि शुरूआत दौर में सिटी सेंटर पर एक रेड लाइट का वाहनों को सामना करना पड़ेगा, लेकिन बाद में उसे भी हटा दिया जाएगा।

ये भी पढ़ें- दहकी मुंबई: कोरोना संकट के बीच बड़ा हादसा, शहर में मची अफरातफरी

नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक मुकेश कुमार वैश्य ने कहा कि केबल सस्पेंशन पर बनने वाला सिग्नेचर ब्रिज का पूरा खाका तैयार कर आइआइटी दिल्ली भेजा गया था। मंजूरी मिल चुकी है। फाइनल ड्राइंग हो रही है, अगले सप्ताह टेंडर जारी होगा।

रिपोर्टर- दीपांकर जैन

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story