पाकिस्तान की यूपी पर नजर: गोरखपुर से रची साजिश, ये थी योजना

पाकिस्तान ने भारतीय सेना की जानकारी हासिल करने के लिए हनी ट्रैप का सहारा लिया लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते उनके एजेंट को पकड़ लिया।

Shivani
Published on: 24 Aug 2020 7:09 AM GMT
पाकिस्तान की यूपी पर नजर: गोरखपुर से रची साजिश, ये थी योजना
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लखनऊ: पाकिस्तान लगातार भारत की ख़ुफ़िया जानकारी हासिल करने के प्रयास में लगा रहता है। हाल ही में दिल्ली में पाक उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी करते पकड़ा गया था। वहीं अब गोरखपुर में भी पाकिस्तान के जासूसी के प्लान को बेनकाब किया गया है। पाकिस्तान ने भारतीय सेना की जानकारी हासिल करने के लिए हनी ट्रैप का सहारा लिया लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते उनके एजेंट को पकड़ लिया।

गोरखपुर में ISI का हनी ट्रैप

दरअसल, भारत की सैन्य ख़ुफ़िया इकाई (MI) और उत्तर प्रदेश एटीएड ने आईएसआई के रैकेट से 51 साल के एक भारतीय नागरिक को बचाया था, पता चला कि उसे पाकिस्तानी जासूस हनी ट्रैप में फंसा कर ख़ुफ़िया सैन्य जानकारी हासिल करने के प्रयास में थे।

भारतीय सेना की खुफ़िया जानकारी पाने के लिए बनाया प्लान

सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद हनीफ (बदला हुआ नाम) को फंसा कर पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI गोरखपुर रेलवे स्टेशन, भारतीय वायु सेना स्टेशन और कुंद्रा घाट सैन्य स्टेशन की डिटेल और तस्वीरें जुटाना चाहते थे। अपने इस मंसूबे को पूरा करने के लिए पाकिस्तानी एजेंट ने हनीफ को ब्लैकमेल भी किया। पता चला कि जासूस ने हनीफ से भारतीय सेना के व्हाट्सएप ग्रुप में कुल सैनिकों की संख्या भी पूछी थी।

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गोरखपुर में चाय बेचने वाले को हनी ट्रैप में फँसाया

बता दें कि गोरखपुर में चाय की दूकान चलाने वाला हनीफ साल 2014 से 18 के बीच पाकिस्तान में अपने रिश्तेदार के घर गया था। वहीं पर हनीफ की मुलाक़ात आईएसआई के एजेंट से हुई, जिन्होंने उसे हनी ट्रैप में फंसाया। उसे ISI के लोग एक वैश्यालय में ले गए और उसका वीडियो बना लिया। इसी वीडियो के जरिये हनीफ को ब्लैकमेल किया जाने लगा। उसपर उत्तर प्रदेश के पूर्वी शहरों में संवेदनशील स्थानों की तस्वीरें भेजने का दबाव बनाया जाने लगा।

जम्मू-कश्मीर में मिलेट्री इंटेलीजेंस को मिला ISI की साजिश का इनपुट

हालंकि जम्मू-कश्मीर में मिलेट्री इंटेलीजेंस (एमआई) को गोरखपुर के हनीफ के सेलफोन नंबर की संदिग्ध गतिविधियों का इनपुट मिला। जांच शुरू की तो भारतीय एजेंसियों को ISI की इस साजिश का पता चल गया और उन्होंने 'ऑपरेशन गोरखधंधा' शुरू किया। लखनऊ स्थित एमआई यूनिट ने कार्रवाई करते हुए तुरंत गोरखपुर में हनीफ को पकड़ लिया।

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हनीफ का पाकिस्तान से कनेक्शन और हनी ट्रैप उजागर

यूपी एटीएस ने मामले का पता लगाने के लिए 5 अगस्त को हुए राम मंदिर भूमि पूजन और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूरे प्रदेश समेत गोरखपुर में विशेष नजर रखी। एजेंसीं ने हनीफ के पाकिस्तान से कनेक्शन का पता लगाया तो हनी ट्रैप का मामला उजागर हुआ।

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