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ये क्या? मरीज करता रहा वीडियो काल और डॉक्टर ने कर डाली ब्रेन सर्जरी!
डॉ. रविशंकर ने बताया कि आपरेशन चार घंटे तक चला और इस दौरान मरीज अपने परिजनों से वीडियो काल के जरिये सम्पर्क में रहा और उसकी सर्जरी पूरी हो गई।
लखनऊ: आपरेशन छोटा हो या बड़ा, इसके नाम से ही डर लगता हैं। अगर आपसे कहा जाये कि आपके दिमाग का आपरेशन होगा और वह भी एनिस्थीसिया दिये बगैरतो जाहिर है कि कि आप ऐसे अस्पताल या डाक्टर से दूर रहना पसंद करेंगे।
लेकिन सच में ऐसा कर दिखाया है राजधानी लखनऊ के एक निजी चिकित्सालय के चिकित्सक ने। उसने न केवल मरीज को बिना बेहोश दिए उसका इलाज किया बल्कि उसकी पूरी ब्रेन सर्जरी ही कर डाली।
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युवक को बिना बेहोशी दिए कर दी सर्जरी
अपोलो मेडिक्स हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डा. रविशंकर ने उन्नाव के एक युवक की न केवल ब्रेन टयूमर की सर्जरी की बल्कि आपरेशन के दौरान युवक पूरी तरह से होश में था और मोबाइल पर वीडियो काल कर रहा था।
न्यूरो सर्जन डॉक्टर रवि शंकर ने बताया कि 20 वर्षीय नवयुवक सचिन को ब्रेन में बांयी ओर 5 सेमी का ट्यूमर था जिसकी वजह से उसका दांया हाथ और पैर कमजोर हो रहा था।
ये ट्यूमर एक लाख में से केवल दो लोगों में पाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस तरह की सर्जरी मरीज को बिना बेहोश किए की जाती है।
लिहाजा आपरेशन से पहले मरीज को इसकी जानकारी दी गयी। जिस पर मरीज घबरा गया और उसने आपरेशन के समय अपने परिजनों अपने सामने रहने का प्रस्ताव रख दिया।
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डा. रविशंकर ने बताया कि आपरेशन थियेटर में युवक के परिजनों को प्रवेश नहीं दिया जा सकता था। इसके लिए एक रास्ता निकाला गया कि आपरेशन के दौरान मरीज के परिजन आपरेशन थियेटर के बाहर रहेंगे और मरीज उनसे वीडियो काल के जरिये बात करता रहेगा।
चार घंटे चला आपरेशन
डॉ. रविशंकर ने बताया कि आपरेशन चार घंटे तक चला और इस दौरान मरीज अपने परिजनों से वीडियो काल के जरिये सम्पर्क में रहा और उसकी सर्जरी पूरी हो गई।
मरीज दो साल से शरीर में कमजोरी से परेशान था। इस ट्यूमर में ज्यादातर मरीज को ब्रेन के जिस दिशा में ट्यूमर होता है उसकी उल्टी दिशा का हाथ-पैर काफी कमजोर होने लगता है और कमजोरी इतनी बढ़ जाती है कि मरीज के शरीर का अंग लकवाग्रस्त भी हो सकता है। सर्जरी के बाद अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और सामान्य रूप से अपने काम कर रहा है।
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