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PCDF इन छह दुग्ध संघ के महाप्रबंधकों को कर सकती है निलंबित

लखनऊ दुग्ध संघ समेत छह दुग्ध संघों की समितियों में डेटा प्रोसेसर मिल्क कलेक्शन यूनिट (DPMCU) की खरीद एवं स्थापना में प्रादेशिक को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (PCDF) ने किए कई खुलासे।

Roshni Khan
Published on: 22 Nov 2019 10:35 AM IST
PCDF इन छह दुग्ध संघ के महाप्रबंधकों को कर सकती है निलंबित
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नई दिल्ली: लखनऊ दुग्ध संघ समेत छह दुग्ध संघों की समितियों में डेटा प्रोसेसर मिल्क कलेक्शन यूनिट (DPMCU) की खरीद एवं स्थापना में प्रादेशिक को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (PCDF) ने किए कई खुलासे।

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दुग्ध संघों ने समितियों की जितनी संख्या बताकर DPMCU की खरीद कराई थी, वह अब तक स्थापित ही नहीं हुई। इस खुलासे पर PCDF के प्रबंध निदेशक बाबू लाल मीणा ने छह महाप्रबंधकों (यूनिट प्रभारी) को निलंबित करने का अल्टीमेटम दिया है।

अल्टीमेटम पाने वाले महाप्रबंधकों पर आरोप है कि उन्होंने फेडरेशन से आपूर्ति हुई DPMCU को समितियों के सेंटर पर स्थापित नहीं किया है। इससे फेडरेशन को समिति पर होने वाले दूध कलेक्शन एवं उसकी गुणवत्ता की ऑनलाइन रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। प्रबंध निदेशक ने महाप्रबंधकों को बीते 14 नवंबर को नोटिस जारी किया है। इसमें कहा नोटिस मिलने के सात दिन में जवाब मांगा गया है। वैसे तो, अब तक इन लोगों ने जवाब नहीं दिए हैं।

गोंडा-लखनऊ के महाप्रबंधकों समेत इन्हें मिला नोटिस

लखनऊ दुग्ध संघ के महाप्रबंधक हंसवीर वर्मा, प्रयागराज दुग्ध संघ के डीके सिंह, मुरादाबाद दुग्ध संघ के दलजीत सिंह, गोंडा दुग्ध संघ के इंद्र भूषण, मेरठ दुग्ध संघ के विकास बालियान और बरेली दुग्ध संघ के महाप्रबंधक गंगा प्रसाद निलंबन का नोटिस पाने वालों में शामिल हैं।

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क्या है DPMCU

यह एक कंप्यूटरीकृत प्रणाली है। इसमें समिति के किसान से दूध का कलेक्शन करते समय तौल गुणवत्ता की जांच जाती है। जांच में पानी की मिलावट एवं फैट की उपलब्धता की स्थिति भी पता चल जाती है और रिपोर्ट ऑनलाइन PCDF मुख्यालय पहुंच जाती है।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तक पहुंचा है मामला

DPMCU की खरीद में गड़बड़ी का यह मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तक पहुंच चुका है। इस पर आयोग के अध्यक्ष ने मुख्यसचिव को विजिलेंस जांच कराने के निर्देश दिए थे। आयोग से शिकायत हुई थी कि दुग्ध संघों में जितनी समितियां नहीं उससे अधिक DPMCU की खरीद की गई है। आयोग के निर्देश के क्रम में प्रबंध निदेशक ने अब नोटिस जारी करके जवाब तलब किया है।

लखनऊ में 439 में से 74 की रिपोर्ट

लखनऊ दुग्ध संघ के महाप्रबंधक हंसवीर वर्मा को जारी नोटिस में कहा गया है कि 439 DPMCU में सिर्फ 74 की रिपोर्ट मिली है। इसी प्रकार प्रयाराज में 218 में से 50 DPMCU , मुरादाबाद में 201 में से 37 DPMCU , गोंडा में 206 में से 33 DPMCU, मेरठ में 446 में से 118 DPMCU, बरेली में 152 में से 16 DPMCU चालू पाई गई हैं।

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समिति से अधिक खरीद लीं DPMCU

PCDF ट्रेड यूनियन मंच के प्रांतीय महामंत्री श्याम सुंदर शुक्ला के मुताबिक तत्कालीन प्रबंध निदेशक ने दुग्ध संघों की सांठगांठ से समितियों से अधिक DPMCU की खरीदी गई है। जबकि एक DPMCU की अनुमानित कीमत 1.25 लाख रुपये है। जो DPMCU समितियों में नहीं लग सकी वह दुग्ध संघ में पड़ी हैं। उन्होंने प्रबंध निदेशक की कार्रवाई की सराहना की है।

PCDF की DPMCU का ब्योरा

दुग्ध संघ आपूर्ति स्थापित

लखनऊ 722 439

गोंडा 471 206

प्रयागराज 438 218

मेरठ 1001 446

मुरादाबाद 501 201

बरेली 523 152



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