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अमेठी की जनता का सवाल- साल भर बाद भी क्यों नहीं रखी जा सकी बारात घर की ईंट
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल अमेठी के जिलाध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल ने बताया कि नगर में शिलान्यास की सरकार है। शिलापट लगाने के पहले नगर पंचायत और सरकार के मंत्री ने गंभीरता नहीं दिखाई, जहां पर शिलान्यास हुआ, वह अनूसूचित जाति की बस्ती के लिए सुरक्षित जमींन है। जिस पर शिलान्यास नगर पंचायत की अध्यक्ष ने करा दिया।
अमेठी: क्या वाकई अमेठी में राहुल गांधी ने विकास की एक भी ईंट नहीं रखी? गांधी परिवार ने यहां के लोगों से पारिवारिक रिश्ते जोड़कर केवल वोट ही लिए? पांच साल पहले चुनाव हारने के बाद जब स्मृति ईरानी मोदी सरकार में मंत्री बनी तब अमेठी में विकास की बयार बही? ये वो सवाल हैं जो अमेठी से बाहर रहने वाले हर व्यक्ति के दिमाग़ में आज हिचकोले ले रहा है। दरअसल सत्तारूढ़ दल यहां के विकास को लेकर जिस तरह की चीख पुकार रहा है हकीकत इससे अलग है।
फिलवक्त केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी दुबारा प्रत्याशी बनकर अमेठी के रणक्षेत्र में हैं। पिछले कई दिन से वो यहां डेरा डालें हुए हैं। क्षेत्र भ्रमण के दौरान एक सभा में स्मृति ने ये कहा भी है अब तक अमेठी के कंधे पर चढ़कर लोगों ने अपना विकास किया है, अब अमेठी की जनती के विकास की बारी है। इसीलिए जरूरी है हम सब युद्ध की भूमि पर विकास का बिगुल बजाते हुए सबका साथ सबका विकास का संकल्प लेते हुए आगे बढ़े विजय श्री को प्राप्त करें। ये मात्र स्मृति ईरानी का चुनाव नहीं है आप सबका चुनाव है।
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ये है पूता मामला
चुनाव में स्मृति ईरानी के इस आरोप के बाद हम आपको हकीकत से रूबरू कराते हैं। इस बानगी को देखकर उस शोर का अंदाजा आप खुद बखुद लगा सकते हैं, के अमेठी और अमेठी के लोग विकास की चक्की में पिसे जा रहे हैं बस। ये ज्यादा दिन पुरानी बात नहीं है, अभी पिछले ही वर्ष डा. अम्बेडकर के जन्मदिन के मौके पर रविवार 14 अप्रैल 2018 को एक बारात घर का भूमि पूजन किया था।
आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश कुमार अग्रहरि (राजेश मसाला) स्मृति ईरानी के लोकसभा प्रभारी एवं नगर पंचायत अमेठी के चेयरमैन पति ने किया था। अब साल बीतने में मात्र पांच दिन शेष हैं लेकिन 360 दिनों में नगर पंचायत की चेयरमैन चन्द्रमा देवी और अधिशाषी अधिकारी आज तक बारात घर की एक ईंट नहीं रखवा सके। अब यहां योजना के क्रियांवयन न होने से लोगों में मायूसी है।
सुने क्या कहते हैं लोग और ज़िम्मेदार
इस बाबत उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल अमेठी के जिलाध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल ने बताया कि नगर में शिलान्यास की सरकार है। शिलापट लगाने के पहले नगर पंचायत और सरकार के मंत्री ने गंभीरता नहीं दिखाई, जहां पर शिलान्यास हुआ वह अनूसूचित जाति की बस्ती के लिए सुरक्षित जमींन है। जिस पर शिलान्यास नगर पंचायत की अध्यक्ष ने करा दिया।
नगरवासियों ने बताया कि दलितों में इस बारातघर के बनने से नाराजगी है। वही अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत (ईओ) अमेठी सेवाराम राजभर ने दूरभाष पर बताया कि अभी बारात घर का निर्माण नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि अभी भूमि उपलब्ध नहीं हो पायी है जिस नाते निर्माण नहीं हो पाया है।
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