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तो हवेली में इंट्री के बाद अमेठी में भी हो जायेगी स्मृति की इंट्री..?
गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की हवेली में जाकर राज घराने की पहली रानी और अमेठी से बीजेपी विधायक गरिमा सिंह से मुलाकात ने बड़ा प्रश्न खड़ा किया है, क्या हवेली में इंट्री के बाद अमेठी में भी इस बार स्मृति की इंट्री हो जायेगी?
अमेठी: कांग्रेस के गढ़ अमेठी में 18 कोसी रियासत का एक शानदार इतिहास रहा है। जिस भूपति भवन में कभी अमेठी में कांग्रेस की सियासत का मैप तैयार होता था वहां आज बीजेपी की चौपाल सज रही है।
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गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की हवेली में जाकर राज घराने की पहली रानी और अमेठी से बीजेपी विधायक गरिमा सिंह से मुलाकात ने बड़ा प्रश्न खड़ा किया है, क्या हवेली में इंट्री के बाद अमेठी में भी इस बार स्मृति की इंट्री हो जायेगी?
नेहरू-गांधी परिवार से रहे है बेहद करीबी रिश्ते
गौरतलब हो कि अमेठी राज परिवार का नेहरू गांधी परिवार से बेहत करीबी रिश्ता रहा है। राजा माधव बख्श सिंह ने ही मोतीलाल नेहरू को आनन्द भवन बनवाने की सलाह दी थी। 1926 में जवाहरलाल नेहरू ने फैजाबाद-मछली शहर संयुक्त सीट से चुनाव लड़ा था। तब उनका राजनीतिक केन्द्र अमेठी रियासत ही था।
नेहरू के बाद संजय गांधी फिर राजीव गांधी ने अमेठी को राजनीतिक कर्म भूमि बनाया। उस वक्त भी गांधी परिवार से संजय सिंह के बेहद करीबी रिश्ते थे। 1989 में रिश्तों में दरार पड़ी। 1999 में तो संजय सिंह सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव भी लड़े । 2004 में संजय सिंह फिर कांग्रेस में आ गए, और वर्तमान में कांग्रेस के टिकट से सुल्तानपुर से ताल ठोक चुके हैं।
रियासत से जुड़े लोग बताते हैं कि देश में जब रियासतों के विलय का अभियान चला था तब नेहरू जी ने रणंजय सिंह को मंत्री बनने का प्रस्ताव दिया था पर उन्होंने नकार दिया था।
1200 वर्ष पुराना है भूपति भवन का इतिहास, 34 वीं पीढ़ी कर रही है राज्य
भूपति भवन का इतिहास लगभग 1200 वर्ष पुराना है और 34 वीं पीढ़ी इस समय यहां राज्य कर रही है। फिलवक्त इसके बड़े हिस्से में अमेठी राजघराने के महाराजा और कांग्रेस सांसद संजय सिंह के साथ उनकी दूसरी पत्नी अमिता सिंह का बड़ा कब्जा है। और थोड़े से हिस्से में संजय सिंह की पहली पत्नी एवं वर्तमान में अमेठी से विधायक गरिमा सिंह का कब्जा है।
संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह से तीन संतान हैं। एक बेटा और दो बेटियां। अमेठी के भूपति भवन में गरिमा सिंह अपने बेटे अनंत विक्रम सिंह साथ मौजूद हैं। उनकी दो बेटियां सब्या, महिमा भी गाहे बगाहे यहां आती हैं।
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गुरुवार को हवेली में पहुंची थी स्मृति ईरानी
गुरुवार को परशदेपुर की सभा के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी राज्यमंत्री सुरेश पासी के साथ हवेली में गरिमा सिंह से मुलाकात करने पहुंची। हवेली के ड्राइंग रूम में विधायक और उनके बेटे अनंत विक्रम के साथ चुनाव को लेकर उनकी लम्बी मंत्रणा चली।
उस वक़्त बाहर खड़ी सैकड़ों की भीड़ में एक ही सवाल कौंध रहा था हवेली में इंट्री के बाद क्या अमेठी में भी स्मृति ईरानी की इंट्री हो जायेगी।