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विधान भवन में सावरकर का चित्र, कांग्रेस ने बताया- स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान
विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता दीपक सिंह ने विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखकर कहा है कि जिस विधान भवन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के चित्र लगाए गए हैं वहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस कि आजाद हिंद फौज के खिलाफ लड़ने वाले सावरकर का चित्र लगाया जाना स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है।
लखनऊ: विधान भवन में विनायक दामोदर सावरकर का चित्र लगाए जाने का कांग्रेस ने विरोध किया है। विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता दीपक सिंह ने विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखकर कहा है कि जिस विधान भवन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के चित्र लगाए गए हैं वहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस कि आजाद हिंद फौज के खिलाफ लड़ने वाले सावरकर का चित्र लगाया जाना स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है।
विधान परिषद के सभापति को लिखे अपने पत्र में कांग्रेसी नेता दीपक सिंह ने कहा कि विधान परिषद भवन का आप की अध्यक्षता में मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण कराया गया है, परंतु यह बेहद दुखद है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और जांबाजो एवं फांसी के फंदे को हंसते गाते चूम लेने वाले लाखों यात्राओं के बाद भी अंग्रेजों से माफी मांग कर देश के साथ खड़े रहने वाले महापुरुषों के चित्रों के बीच सावरकर का चित्र लगाया गया है। यह महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है।
महान क्रांतिकारियों के साथ चित्र लगाया जाना आजादी संघर्ष का अपमान
सावरकर ने जेल जाने के कुछ महीनों बाद ही अंग्रेजी सरकार को पत्र लिखकर माफी मांगी थी कि वह भारत के स्वतंत्रता संग्राम से खुद को अलग कर लेंगे और ब्रिटिश सरकार के प्रति वफादारी वह जेल से निकलकर अंग्रेजों से मिलकर भारत वासियों के विरुद्ध अभियान चलाते रहे ऐसे व्यक्ति का चित्र महान क्रांतिकारियों के साथ लगाया जाना देश के आजादी संघर्ष का अपमान है।
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उन्होंने बताया कि सावरकर रहे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के खिलाफ थी अंग्रेजों से मिलकर युद्ध किया था अपने समर्थकों को अंग्रेजी सेना में भर्ती कराकर सुभाष चंद्र बोस के खिलाफ युद्ध लड़ते रहे और अंग्रेजों की बांटो और राज करो नीत में हिंदू मुस्लिम की लड़ाई करवा कर अंग्रेजों की मदद की मोहम्मद अली जिन्ना ने दो राष्ट्र की बात की तो सावरकर ने भी अहमदाबाद के अधिवेशन में दो राष्ट्र की बात की। जिन्ना की भाषा बोली और नेताजी सुभाष चंद्र बोस युद्ध लड़ा हो ऐसे व्यक्ति का चित्र लगाया जाना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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उन्होंने अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया। ऐसे व्यक्ति का चित्र विधान भवन के मुख्य द्वार से हटाकर भाजपा के संसदीय कार्यालय केंद्र स्थापित कराने की कृपा करें जिससे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उत्तर प्रदेश के करोड़ों वासियों की भावनाओं को आहत होने से बचाया जा सके।
रिपोर्ट: अखिलेश तिवारी
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