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तस्वीरों में देखें पर्यावरण दिवस के दिन हाल-ए-गोमती

गोमती नदी में जगह-जगह जलकुम्भी उग आयी है। जिसने पूरी नदी को अपने कब्जे में लिया है। लेकिन प्रशासन द्वारा इसे साफ़ कराये जाने को लेकर कोई भी पहल नहीं की जा रही।

SK Gautam
Published on: 4 Jun 2020 2:21 PM GMT
तस्वीरों में देखें पर्यावरण दिवस के दिन हाल-ए-गोमती
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लखनऊ: 5 जून को पूरे विश्व में पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि पूरे विश्व में लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जा सके। लेकिन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकार इस दिन के लिए बहुत गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। लखनऊ की जीवनदायनी गोमती नदी अपने हाल पर आंसू बहा रही है। लेकिन कोई भी उसकी सुध लेने वाला नहीं है।

गोमती नदी में जगह-जगह जलकुम्भी उग आयी है। जिसने पूरी नदी को अपने कब्जे में लिया है। लेकिन प्रशासन द्वारा इसे साफ़ कराये जाने को लेकर कोई भी पहल नहीं की जा रही।

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इस मुद्दे को उठाया है हमारे फोटो जर्नलिस्ट आशुतोष त्रिपाठी जी ने। उन्होंने अपने कैमरे को क्लिक कर लखनऊ की जीवनदायनी गोमती नदी की तस्वीर को लोगों तक पहुंचाने का एक प्रयास किया है ताकि इस ओर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित हो।

1-क्या आप जानते हैं कि पांच जून को ही ये दिन क्यों मनाया जाता है?

2-संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP)की नींव 5 जून को ही रखी गई और विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने का संकल्प लिया गया।

3- पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल ये दिन मनाया जाता है।

4-सन 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से वैश्विक स्तरपर पर्यावरण की चिंता करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की नींव रखी गई।

5- इसकी शुरुआत स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई।

6-पहली बार पर्यावरण सम्मेलन आयोजित हुआ जिसमें इसमें 119 देशों ने हिस्सेदारी ली

7-पर्यावरण दिवस पर भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत की प्रकृति और पर्यावरण के प्रति चिंताओं को जाहिर किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी अपील

आपको बता दें कि बीते सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों से अपील की थी कि वे अपनी हर क्रिया में इस बात का ध्‍यान रखें कि पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं हो। उन्‍होंने कहा, "लॉकडाउन ने हमारी जिंदगी की गति धीमी कर दी है। लेकिन यह एक अवसर है, कि हम प्रकृति की ओर अपना ध्‍यान लेकर जाएं।" प्रधानमंत्री ने सभी से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के जरिए पानी बचाने की अपील भी की।

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