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आतंकी हमले में बागपत का लाल शहीद, परजिनों का रो-रो कर बुरा हाल

बागपत के बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के लुहारी गांव के रहने वाले पिंकू कुमार 2001 में 6 जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। 2005 में उनकी शादी मुज़फ्फरनगर के सोरम गोयला गांव की रहने वाली कविता से हुई थी।

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Published on: 28 March 2021 3:24 PM IST
आतंकी हमले में बागपत का लाल शहीद, परजिनों का रो-रो कर बुरा हाल
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आतंकी हमले में बागपत का लाल शहीद, परजिनों का रो-रो कर बुरा हाल (PC: social media)

बागपत: दक्षिण कश्मीर के वानगाम शोपियां में हुए आतंकी हमले में सेना के जवानों ने दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया लेकिन इस मुठभेड़ में बागपत के लुहारी गांव के पिंकू कुमार शहीद हो गए। रात के वक्त परिजनों को बेटे की शहादत की सूचना मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। इस शहादत से बड़ौत के लुहारी गांव में होली की खुशियां नही बल्कि मातम मचा हुआ हैं। बेटे की शहादत पर परिवार में गम तो है लेकिन इस बात का फक्र भी है कि बेटे ने भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

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पिंकू कुमार 2001 में 6 जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे

दरअसल, बागपत के बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के लुहारी गांव के रहने वाले पिंकू कुमार 2001 में 6 जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। 2005 में उनकी शादी मुज़फ्फरनगर के सोरम गोयला गांव की रहने वाली कविता से हुई थी। परिवार में पिता जबर सिंह, मां कमलेश देवी, पत्नी कविता,10 साल की बेटी अंजलि, 8 साल की बेटी शैली और 8 महिने का बेटा अर्णव भी है। कल दक्षिण कश्मीर के वानगाम शोपियां मे सेना के जवानों ने दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था, इसमें पिंकू कुमार शहीद हो गए जबकि 2 जवान घायल भी हो गए थे। सेना के अधिकारियों ने पिंकू की शहादत की खबर रात के वक्त परिजनों को दी थी। परिवार में सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है।

11 बजे सूबेदार का फोन आया था

11 बजे सूबेदार का फोन आया था, पापा का फोन नो. मांगा। पापा का फोन चोरी हो गया वो अपनी लड़की के यहाँ जा रहे थे। फोन उस समय चोरी हो गया था, वापस उनको फोन किया और पूछा कि क्या हुआ इतनी रात को फोन क्यो आया उन्होंने कुछ नही बताया कहा कि सब ठीक है। लेकिन डाउट हो गया था कि रात के समय किसी दूसरे का फोन आया 20 साल नोकरी को हो गए, पोस्टिंग श्रीनगर में थी, 3 बच्चे दो लड़की एक लड़का है। बेटा अभी छोटा है 6 महीने का, बच्चो की प्रवृशिष के कुछ दे उनका पालन पोषण कर सकू और कोई साहारा है नही। सरकार मदद करे बच्चों की परवरिश कैसे कर पाउंगी बच्चों के लिए सरकार मदद करे जहाँ पति शहिद हुए कुछ वो भी कोशिश करे।

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रात करीब 11 बजे फोन आया था हमारे पास अधिकारी का दो लड़के आये थे

कश्मीर में तैनात था रात करीब 11 बजे फोन आया था हमारे पास अधिकारी का दो लड़के आये थे। वो छुट्टी आये हुए थे उनके पास फोन किया था उन्होंने 12 बजे के आसपास बताया कि ठीक है देश के लिए शहिद हो गया किसी बात की चिन्ता न करे और उसकी मम्मी को और बच्चो भी समझाओं नोकरी को 20 वी साल चल रही थी दो लड़की है एक लड़का है शहिद हो गया खेती बाड़ी करेंगे जो कुछ इनका है वो दे दो बाकी तो लड़का ही चला गया उस से ज्यादा क्या जो उनका हक है वो दे दो बच्चो को सुविधाएं मिल जाये उसकी पत्नी पढ़ी लिखी है साइंस से 12th किया हुआ है ।

रिपोर्ट- पारस जैन

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