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यूपी के इस अस्पताल में जन्मा प्लास्टिक जैसा बच्चा, देखने के लिए लगी भारी भीड़

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का जिला महिला अस्पताल चर्चा में बना हुआ है। इसकी वजह अस्पताल में जन्म लेने वाला एक बच्चा है। खास बात ये है कि ये बच्चा देखने में प्लास्टिक जैसा नजर आता है।

Aditya Mishra
Published on: 20 Aug 2023 3:37 PM IST
यूपी के इस अस्पताल में जन्मा प्लास्टिक जैसा बच्चा, देखने के लिए लगी भारी भीड़
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लखनऊ/पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का जिला महिला अस्पताल चर्चा में बना हुआ है। इसकी वजह अस्पताल में जन्म लेने वाला एक बच्चा है। खास बात ये है कि ये बच्चा देखने में प्लास्टिक जैसा नजर आता है।

बच्चे को जन्म देने वाली मां बिलकुल स्वस्थ है। आस-पास के लोगों को जैसे ही इस बच्चे के जन्म लेने की बात पता चली। उसे देखने के लिए अस्पताल में बाहरी लोगों की भीड़ जमा हो गई। अस्पताल प्रशासन ने अब बाहरी लोगों के वार्ड में पहुंचने पर रोक लगा दी है।

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ये है पूरा मामला

यूपी के पीलीभीत जिला महिला अस्पताल में एक महिला ने प्रसव के दौरान प्लास्टिक जैसे दिखने वाले बच्चे को जन्म दिया। बच्चे का ये रूप देखकर डॉक्टर समेत पूरा स्टाफ दंग रह गया। उसे आनन- फानन में लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी( केजीएमयू) रेफर कर दिया गया।

डाक्टरों ने बताया कि बच्चा देखने में प्लास्टिक की तरह नजर आ रहा था। उसकी हालात लगातार बिगड़ती ही जा रही थी। वह काफी तेज सांसें ले रहा था। इसके चलते उसके शरीर के अंदर कई जगह की नसें फटती जा रही है।

इस वजह से उसे फौरन केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया गया। यहां आपको ये भी बता दे कि महिला जहानाबाद थाना क्षेत्र के गांव गौनेरी की रहने वाली है। उसका नाम मीना देवी और पति का नाम सूरजपाल है।

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उसे सोमवार को प्रसव के लिए नजदीक के सीएचसी लाया गया था। जहां से डाक्टरों ने उसकी तबियत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल जाने की सलाह दी थी।

जिला अस्पताल में मंगलवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे महिला को सामान्य तरीके से प्रसव हुआ। साधारण बच्चों की तरह नहीं था, बल्कि प्लास्टिक की तरह नजर आ रहा था।

पीलीभीत के सीएमओ डॉ. सीमा अग्रवाल ने बताया कि जेनेटिक प्राब्लम के कारण इस तरह के बच्चे पैदा होते हैं। इसका इलाज अभी मुमकिन नहीं है।

ऐसे बच्चों के जिंदा रहने के चांसेज बेहद कम होते हैं। पैरेंट्स में शारीरिक कमी और प्रसूता के खानपान में कमी दोनों में से किसी भी एक कारण की वजह से इस तरह की दिक्कतें सामने आती हैं।

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Aditya Mishra

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