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अब मंदिर की भव्यता और अयोध्या के विकास पर फोकस, कई बड़ी योजनाओं पर काम

राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होने के बाद संघ परिवार का एक बड़ा एजेंडा पूरा हो गया है। अब भाजपा का मकसद अयोध्या में राम मंदिर की भव्यता और अयोध्या के चौमुखी विकास की योजनाओं पर फोकस करना है।

Newstrack
Published on: 6 Aug 2020 6:00 AM GMT
अब मंदिर की भव्यता और अयोध्या के विकास पर फोकस, कई बड़ी योजनाओं पर काम
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अब मंदिर की भव्यता और अयोध्या के विकास पर फोकस, कई बड़ी योजनाओं पर काम

अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होने के बाद संघ परिवार का एक बड़ा एजेंडा पूरा हो गया है। अब भाजपा का मकसद अयोध्या में राम मंदिर की भव्यता और अयोध्या के चौमुखी विकास की योजनाओं पर फोकस करना है। भूमि पूजन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि राम मंदिर के निर्माण से इस पूरे क्षेत्र का अर्थतंत्र ही बदल जाएगा। अब आने वाले दिनों में केंद्र और राज्य सरकार का पूरा ध्यान राम मंदिर को भव्य रूप देने और अयोध्या से जुड़ी विभिन्न विकास परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने पर है।

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अब मंदिर की भव्यता और अयोध्या के विकास पर फोकस, कई बड़ी योजनाओं पर काम

पीएम और सीएम ने किया इशारा

भूमि पूजन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से किसी नई विकास योजना का एलान तो नहीं किया गया मगर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के भाषण से यह जरूर साफ हो गया कि आने वाले दिनों में अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्रों की आर्थिक प्रगति का रास्ता खुलने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी ने तो इस ओर साफ तौर पर इशारा भी किया। पीएम के मोदी के भाषण से साफ हो गया कि अयोध्या नगरी यूपी की अर्थव्यवस्था का नया केंद्र बनने जा रही है।

सरकार ने शुरू कर दिए काम

अयोध्या के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से पहले ही प्रयास शुरू किए जा चुके हैं। ‌अयोध्या में मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के साथ ही यहां एयरपोर्ट बनाने की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। अयोध्या तीर्थ विकास परिषद का खाका भी तैयार हो चुका है और इसे बस कैबिनेट की मंजूरी मिलना बाकी है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनने से भी अयोध्या की कनेक्टिविटी काफी बढ़ेगी क्योंकि यह एक्सप्रेसवे अयोध्या होकर गुजरेगा। इसके साथ ही बनारस से अयोध्या तक फोरलेन बनाने की भी योजना है।

इन योजनाओं पर सरकार का फोकस

अयोध्या के आसपास के इलाकों की सूरत संवारने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण की सीमाओं का भी विस्तार होगा। राज्य सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार की ओर से अयोध्या को एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सारी कोशिशें की जा रही हैं। अयोध्या में एयरपोर्ट बनने में तो अभी थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन लखनऊ और बनारस में पहले से ही अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है और इन दोनों स्थानों से अयोध्या की कनेक्टिविटी और बढ़िया बनाने की कोशिश की जा रही है।

फोरलेन बनेगा काशी-अयोध्या राजमार्ग

लखनऊ से बनारस तक फोरलेन का काम आखिरी चरण में पहुंच चुका है और अब सरकार का फोकस काशी-अयोध्या राजमार्ग पर है। इस फोरलेन को दो साल के भीतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार चाहती है कि बनारस एयरपोर्ट आने वालों को अयोध्या पहुंचने में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।

अब मंदिर की भव्यता और अयोध्या के विकास पर फोकस, कई बड़ी योजनाओं पर काम

संवरेगी मंदिरों और घाटों की सूरत

सरकार की ओर से अयोध्या के मंदिरों और घाटों को सवारने के साथ ही अन्य आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में भी कदम उठाया जा रहा है। अयोध्या में मंदिरों की संख्या काफी ज्यादा है। सरकार की कोशिश है कि मंदिरों को संवारा जाए। अयोध्या के आसपास के इलाकों को प्राधिकरण अपनी सीमा में शामिल करने के बाद विकसित करेगा। पर्यटन सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही यहां फाइव स्टार होटल भी बनेंगे।

अयोध्या में लगेगा अधिकांश पर्यटन बजट

संस्कृति व पर्यटन विभाग की ओर से भी अयोध्या के विकास की अनेक योजनाएं तैयार की गई हैं। आने वाले दिनों में भगवान राम की सबसे बड़ी मूर्ति भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगी। इसके साथ ही रामकथा गैलरी, डिजिटल म्यूजियम, रामलीला संकुल, ऑडिटोरियम अादि ढेर सारी योजनाएं जल्द से जल्द पूरी करने की कोशिश है। सूत्रों के मुताबिक राज्य में पर्यटन से जुड़ा अधिकांश बजट आने वाले दिनों में अयोध्या पर ही खर्च किया जाएगा।

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बड़ा संदेश देने की कोशिश में सरकार

उत्तर प्रदेश में भाजपा को दो साल बाद विधानसभा का चुनाव लड़ना है और सरकार की कोशिश है कि तब तक अयोध्या के चेहरे को काफी हद तक संवर जाना चाहिए। हालांकि जानकार सूत्रों का कहना है कि मंदिर निर्माण में तीन से साढ़े तीन साल का वक्त लगेगा, लेकिन सरकार अयोध्या व आसपास के इलाकों का तेजी से विकास करके बड़ा संदेश देने की कोशिश में जुटी हुई है।

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