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कांग्रेस नेता ने उठाया मोदी पर सवाल, सैनिकों को श्रद्धाजंलि देने क्यों लगाई देर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने गलवान घाटी में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों को प्रधानमंत्री द्वारा श्रद्धाजंलि दिए जाने में देर लगाने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है
लखनऊ: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने गलवान घाटी में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों को प्रधानमंत्री द्वारा श्रद्धाजंलि दिए जाने में देर लगाने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि इस संबंध में रात में ही भारत की सेना का अधिकृत बयान भी आ गया था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरे दिन 12:00 बजे तक का इंतजार किया और मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन के पूर्व उन्होंने इन अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देने की औपचाकरता भी नहीं निभाई, उनके 24 घण्टे का मौन पीड़ादायक है।
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प्रमोद तिवारी ने कहा
प्रमोद तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि इतना ही नहीं, सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम ने कहा कि ''हमारे सैनिक मारते- मारते मरे है।'' तिवारी ने कहा कि सैनिक मरता नहीं, शहीद और अमर होता है। उन्होंने पीएम से सवाल किया कि जब ''पुलवामा'' (काश्मीर) में सीआरपीएफ के जवान शहीद हुये थे तो पीएम ने दिल्ली एयरपोर्ट पर उनके पार्थिव शरीर पर स्वयं माल्यार्पण किया था और आज जब भारतीय सेना के कर्नल एवं अधिकारी रैंक के 20 जवान ''भारत माता'' की रक्षा करते हुये शहीद हो गये तो आपने उनके पार्थिव शरीर पर दिल्ली एयरपोर्ट पर ससम्मान माल्यार्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि क्यों नहीं दी ? लद्दाख में वीरगति को प्राप्त भारतीय सैनिकों के यह शव भी दिल्ली के ऊपर से ही गये हैं, तो दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्हें उतारकर श्रद्धांजलि क्यों नहीं दी गयी ? शहीदों का यह अपमान क्यों ? क्या इसलिये कि उस समय लोक सभा के चुनाव चल रहे थे और आज लोक सभा के चुनाव 4 साल दूर हैं ।
चीनी सामान का बहिष्कार करने को कहा पीएम और रक्षा मंत्री से
तिवारी ने कहा कि यह समय है कि जब प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री सहित पूरे देश को चीन की भत्र्सना और चीनी सामान नहीं लेने की अपील करके काम नहीं चलाना चाहिए बल्कि केन्द्र सरकार को चीन से आयात पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाना चाहिए, जब सरकार ही रोक लगा देगी तो चीन का सामान भारत आयेगा ही नहीं, और चीन को गहरा आर्थिक आघात लगेगा । उन्होंने सवाल किया कि आज पूरा देश जानना चाहता है कि गलवान घाटी में अभी चीनी सैनिक हैं या चले गये ? क्या चीन का झण्डा अभी भी सीमा के इस तरफ लगा है ? प्रधानमंत्री देश को विश्वास में ले और और बताने की कृपया करें।
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सरदार पटेल की प्रतिमा के आयोजन में आमंत्रित किया चीन को
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आमंत्रण पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग भारत आये थे, और उन्हें चीन से सीधे अहमदाबाद (गुजरात) ले गये थे, जनता से जिन्दाबाद के नारे लगवाये गये, उनका अभूतपूर्व स्वागत किया गया, सांस्कृतिक कार्यक्रम कराये गये, और स्वयं आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने अपने हाथों से उन्हें झूला झुलाया । यही नहीं जब केन्द्र सरकार ने सरदार पटेल की देश की सबसे ऊंची प्रतिमा गुजरात में लगवाने का निर्णय लिया तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रिय मित्र देश चीन को ही अवसर दिया था।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी चाहे गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में रहे हो और चाहे देश के प्रधानमंत्री के रूप में हो उन्होंने सर्वाधिक चीन के दौरे किये और चीन से सम्बन्ध बनाये। लेकिल अब उन्हे समझना चाहिए कि चीन न कभी भरोसेमंद था, न अब है और न ही कभी रहेगा । चीन के खिलाफ सरकार जो भी कदम उठायेगी उनकी पार्टी उसका स्वागत और समर्थन करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन सभी 18 जवानों को जो ''लेह'' के अस्पतालों में भर्ती हैं तथा 58 जवान जो अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं, उनके पूर्णरूप से शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हैं। देश की सुरक्षा और वीर जवानों की शहादत का बदला लेने के लिये पूरा देश भारतीय सेना के साथ है। पर, जरूरत पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी द्वारा वर्ष 1967 में दिखाये गये तेवर की है, और 1967 के इतिहास को दोहराने की है न कि घुमा फिराकर बात को टालने की और देश को भ्रमित करने की है।
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